नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए पहलवान विनेश फोगाट की अयोग्यता पर फैसले में देरी के कारण, वह अभी भारत नहीं लौटेगी. कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 50 किलोग्राम फाइनल से अयोग्यता के संबंध में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट की अपील पर फैसला 16 अगस्त तक के लिए टाल दिया है.
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अनुसार, मूलरूप से मंगलवार, 13 अगस्त को रात 9:30 बजे IST तक आने वाला फैसला 16 अगस्त तक के लिए टाल दिया गया है.
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विनेश फैसला सुनाए जाने तक नहीं आएंगी भारत : सूत्र
सूत्रों ने ANI को बताया, "विनेश अपना फैसला सुनाए जाने तक भारत नहीं आएंगी."
ओलंपिक मामलों को संभालने के लिए CAS ने अमेरिका के अध्यक्ष माइकल लेनार्ड के नेतृत्व में पेरिस में एक एडहॉक प्रभाग की स्थापना की है. यह प्रभाग 17वें अर्दिसमेंट में पेरिस न्यायिक न्यायालय के भीतर काम करता है.
विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक फाइनल की सुबह 50 किलोग्राम वजन सीमा से अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था. वजन माप दौरान, उनका वजन सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया था.
अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, फोगाट ने 7 अगस्त को सीएएस से अनुरोध किया कि उन्हें रजत पदक दिया जाए.
सीएएस ने दोबारा बढ़ाई है फैसले की तारीख
सीएएस ने पहले समय सीमा को 13 अगस्त तक बढ़ा दिया था. विनेश सेमीफाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गुज़मैन लोपेज़ को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक मुकाबले के लिए फाइनल में पहुंची थीं.
29 वर्षीय इस पहलवान का सामना स्वर्ण पदक के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की सारा एन हिल्डेब्रांट से होना था, लेकिन वजन सीमा का उल्लंघन होने से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. अयोग्य घोषित किए जाने के एक दिन बाद, विनेश ने कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा भी की थी.
भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकारियों पर उठे सवाल
विनेश के योग्यता मानदंड को पूरा करने में विफल रहने के बाद, भारतीय ओलंपिक संघ के सदस्य और अधिकारी जांच के दायरे में आ गए हैं.
आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार को स्पष्ट किया कि कुश्ती, भारोत्तोलन, मुक्केबाजी और जूडो जैसे खेलों में एथलीटों के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रत्येक एथलीट खुद की और उनके कोच की है, न कि आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला और उनकी टीम की.
आईओए के एक बयान के अनुसार, उषा ने कहा कि ऐसे खेलों में पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों में प्रत्येक भारतीय एथलीट की अपनी सहायता टीम है, जो कई वर्षों से एथलीटों के साथ काम कर रही है.
ओलंपिक मामलों को देखने के लिए सीएएस ने अमेरिका के अध्यक्ष माइकल लेनार्ड के नेतृत्व में पेरिस में एक एडहॉक प्रभाग की स्थापना की है. यह प्रभाग 17वें अरोन्डिसमेंट में पेरिस न्यायिक अदालत के भीतर काम करता है.
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