Covid-19 को लेकर WHO ने चीन से फिर मांगा डेटा, क्यों बताया उसकी 'नैतिक जिम्मेदारी'?

    एक बयान में, WHO ने कहा- हम चीन से डेटा और इस तक पहुंच की मांग करना जारी रखे हैं, ताकि हम कोविड-19 के ओरजिन को समझ सकें.

    Covid-19 को लेकर WHO ने चीन से फिर मांगा डेटा, क्यों बताया उसकी 'नैतिक जिम्मेदारी'?
    स्विटजरलैंड के जेनेवा में WHO की बिल्डिंग और उसका झंडा, प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo- Wikimedia commons

    जिनेवा (स्विट्जरलैंड) : कोविड-19, जिसने दुनिया भर में लोगों की जिंदगी तबाह की इसके फैलने के 5 साल बाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन से वायरस की ओरजिन को समझने के लिए महत्वपूर्ण डेटा और एक्सेस देने की अपील की है, इसे "नैतिक और वैज्ञानिक तौर से जरूरी" कहा है.

    WHO ने आगे चेतावनी दी कि वैश्विक पारदर्शिता और सहयोग के बिना, दुनिया भविष्य की महामारियों के प्रति संवेदनशील बनी रहेगी.

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    WHO ने कहा- हम चीन से डेटा की मांग जारी रखे हुए हैं

    सोमवार को जारी एक बयान में, WHO ने कहा, "हम चीन से डेटा और एक्सेस की मांग करना जारी रखे हैं ताकि हम कोविड-19 के ओरजिन को समझ सकें."

    यह एक नैतिक और वैज्ञानिक अनिवार्यता है. देशों के बीच पारदर्शिता, साझ करने और सहयोग के बिना, दुनिया भविष्य की महामारियों को पर्याप्त रूप से रोक नहीं सकती और उनके लिए तैयार नहीं हो सकती."

    इसमें कहा गया है, "5 साल पहले 31 दिसंबर 2019 को, चीन में WHO के कंट्री ऑफिस ने वुहान, चीन में 'वायरल निमोनिया' के मामलों पर अपनी वेबसाइट से वुहान म्युनिसिपल हेल्थ कमीशन का एक मीडिया स्टेटमेंट लिया. उसके बाद के हफ़्तों, महीनों और सालों में, COVID-19 ने हमारे जीवन और हमारी दुनिया को आकार दिया. WHO में, हम नए साल की शुरुआत होते ही तुरंत काम पर लग गए. WHO के कर्मचारियों ने 1 जनवरी 2020 को आपातकालीन सिस्टम सक्रिय किए और 4 जनवरी को दुनिया को बताया. 9-12 जनवरी तक, WHO ने देशों के लिए अपने बडे स्तर की गाइडलाइंस का पहला सेट प्रकाशित किया था और 13 जनवरी को, हमने पहले SARS-CoV-2 प्रयोगशाला परीक्षण का खाका प्रकाशित करने के लिए साझीदारों को एक साथ लाया."

    बयान में कहा गया है, "जैसा कि हम इस मील के पत्थर बात कर रहे हैं, आइए उन लोगों के जीवन को सम्मान देने के लिए एक पल लें जो बदल गए हैं और खो गए हैं, उन लोगों को पहचानें, जो कोविड-19 और लॉन्ग कोविड से पीड़ित हैं, उन स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति आभार जताएं, जिन्होंने हमारी देखभाल के लिए इतना त्याग किया है, और एक स्वस्थ कल के निर्माण के लिए कोविड-19 से सीखने के लिए प्रतिबद्ध हैं."

    WHO ने चीन में वैज्ञानिकों की एक छोटी टीम भेजी थी

    2020 के दौरान, WHO ने चीन और अन्य सदस्य देशों के साथ वायरस की उत्पत्ति के बारे में अध्ययन करने और जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर चर्चा जारी रखी.

    जुलाई 2020 में WHO ने चीनी और स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक संयुक्त अध्ययन की योजना बनाने के लिए एक छोटी टीम चीन भेजी. वैज्ञानिकों की यह टीम दुनिया भर से आई थी: ऑस्ट्रेलिया, चीन, डेनमार्क, जर्मनी, जापान, केन्या, नीदरलैंड, कतर, रूस, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और वियतनाम.

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