'अंबेडकर मामले में पोल खुलने पर बौखला गए थे कांग्रेस के सांसद', संसद हंगामे पर क्या बोले अर्जुन राम मेघवाल?

    भारत 24 के खास कार्यक्रम 'भारत भाग्य निर्माता' में मंगलवार को केंद्रीय कानून व न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने हिस्सा लिया.

    What did Arjun Ram Meghwal say on the Parliament uproar
    अर्जुन राम मेघवाल

    नई दिल्लीः भारत 24 के खास कार्यक्रम 'भारत भाग्य निर्माता' में मंगलवार को केंद्रीय कानून व न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने संसद में कांग्रेस के डिफेंस और फिर बाबा साहेब अंबेडकर मामले में उसकी पोल खुलने की कहानी को विस्तार से बताया.

    कैसे खुली कांग्रेस की पोल?

    अर्जुन राम मेघवाल ने 25 नवंबर से संसदीय सत्र शुरू होने के बारे में बात करते हुए कहा कि शुरुआती 3-4 दिन कांग्रेस ने खराब किए. जब उनसे सवाल किए गए कि इस विषय को लेकर आप संसद का सत्र क्यों नहीं चलने दे रहे हैं तो कांग्रेस पार्टी थोड़ा डिफेंस में आई. इसके बाद वो एक नया सब्जेक्ट लेकर के हमारे पास आई. मैं संसदीय कार्य राज्य मंत्री भी हूं, इसलिए मुझे सारी चीजों की जानकारी है. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि अगर संविधान पर आप चर्चा करोगे, तो हम संसद चला देंगे. हमने उनकी बात मान ली. संसद चल भी पड़ा. बिल भी पास हुए. 

    मंत्री ने आगे कहा, 'फिर अचानक कांग्रेस के कुछ लोग जैकेट पहन के आए. इसके जरिए उन्होंने अडानी का विषय फिर उठाया. वो काले जैकेट पहन कर आए थे. स्पीकर साहब ने कहा कि जो जैकेट पहन के आए हो, यह काला है और इस पर कुछ शब्द लिखे हुए हैं. मैंने कहा कि जब तख्तियां अलाव नहीं हैं, तो यह भी तख्ती का ही रूप है. इसके बाद कांग्रेस के एक-दो लोगों ने जैकेट खोल करके इस तरह से घुमाई जैसे काले झंडे दिखाते हैं. ये सीन किसने क्रिएट किया? सब कुछ सेटल होने के बाद कांग्रेस ने किया.'

    मेघवाल ने कहा, '13-14 को लोकसभा में अच्छी बहस हुई. संविधान को लेकर 16-17 दिसंबर को राज्यसभा में अच्छी बहस हुई. उसमें कांग्रेस की पोल खुल गई कि उन्होंने बाबा साहेब का अपमान किया. दूसरे दल भी बोल रहे थे कि बाबा साहेब के जीते जी और उनके जाने के बाद भी कांग्रेस ने उनका अपमान किया. जब कांग्रेस की ये पोल खुल गई तो उन्होंने 12 सेकंड का एक अमित शाह जी का वीडियो एडिट किया और उससे दुष्प्रचार करने लगे.'

    सांसदों को कैसे लगी चोट?

    अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, 'एक घंटा 40 मिनट का भाषण था, उस भाषण के भाव क्या हैं, यह तो सुनो. गृह मंत्री ने उससे पहले क्या बोला, उसके बाद क्या बोला, वह सुनो. इन लोगों ने वो नहीं सुना तो हमारे लोग भी कहने लगे कि शर्म करो कांग्रेस, शर्म करो.' 

    मंत्री ने बताया कि सब सेटल होने के बाद भी कांग्रेस पार्टी के सांसद मकर द्वार के पास जाकर हल्ला-हंगामा करते थे, नारेबाजी करते थे. लोकसभा और राज्यसभा के जाने का प्रवेश द्वार भी एक ही है. हम तो साइड से चले जाते थे. उस दिन हमारे लोग भी प्रदर्शन कर रहे थे और कांग्रेस के लोग भी कर रहे थे. इसी दौरान राहुल गांधी जी अचानक बाबा साहेब की मूर्ति के पास गए और वहां जाकर के वापस आए. सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि आप साइड से जा सकते हो, रास्ता है. उन्होंने जो रास्ता बनाया था, राहुल गांधी उस रास्ते से नहीं गए. उन्होंने कहा कि यह आने-जाने का रास्ता है तो आप रोक कैसे रोकते हो. इसके बाद वो भीड़ को चीरते हुए निकल गए. उसमें फिर हमारे 3-4 सांसद गिर गए थे, जिसमें दो को चोट लगी, वो तो ऑन रिकॉर्ड है.

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