नई दिल्लीः भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ किए गए एयर स्ट्राइक की विस्तृत जानकारी दी गई. प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का वीडियो दिखाकर की गई, जिसमें यह दिखाया गया कि इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. वीडियो में यह भी बताया गया कि पिछले एक दशक में ऐसे आतंकवादी हमलों में 350 से ज्यादा भारतीय नागरिक अपनी जान गंवा चुके हैं.
क्या बोले विक्रम मिस्री?
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस हमले को बेहद बर्बर और निर्दयतापूर्ण करार दिया. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने निर्दोष परिवारों के सामने गोलीबारी की, जो एक संवेदनशील और क्रूर कार्य था. उन्होंने बताया कि यह हमला TRF (The Resistance Front) द्वारा किया गया था, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ एक आतंकी समूह है. इस हमले के बाद आतंकवादियों ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया.
विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान के आतंकवादियों के प्रति रुख पर भी कड़ा एतराज जताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने खुद को आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय स्थल बना लिया है और यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करता है. पाकिस्तान आतंकवादियों को समर्थन देने और उनके खिलाफ झूठी बातें बोलने में लगा हुआ है, जबकि वह आतंकवाद के वैश्विक नेटवर्क को बढ़ावा दे रहा है.
भारत ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि पाकिस्तान की भूमिका आतंकवाद के लिए संरक्षक की रही है और भारत इसके खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखेगा.
आतंकियों को न्याय के कटघरे में लाना जरूरी था
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने अपने बयान में पाकिस्तान की काली करतूत को उजागर किया और कहा कि ये जरूरी हो गया था कि आतंकियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए. उन्होंने कहा कि UN ने भी आतंकियों के खिलाफ बयान जारी किया था और कहा था आतंकियों को न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए.
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