उन्नाव (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सुल्तानपुर के ज्वैलरी स्टोर में डकैती के मामले में एक संदिग्ध आरोपी सोमवार को उन्नाव के अचलगंज इलाके में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारा गया है.
एसटीएफ टीम ने संदिग्धों के साथ गोलीबारी की, जिसके परिणामस्वरूप एक संदिग्ध अनुज प्रताप सिंह की मौत हो गई, जबकि दूसरा अपराधी भागने में सफल रहा.
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घायल अनुज प्रताप को अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित हुआ
अमेठी के जनापुर गांव निवासी धर्मराज सिंह के बेटे अनुज प्रताप सिंह को इलाज के लिए एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन शुरुआती उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
उन्नाव के सहायक पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "28 अगस्त को सुल्तानपुर के भारत ज्वैलर्स स्टोर में डकैती हुई थी. आज लखनऊ एसटीएफ टीम और मामले में शामिल आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आरोपी घायल हो गया और दूसरा मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा. घायल आरोपी की पहचान अनुज प्रताप सिंह के रूप में हुई. उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है."
एक अन्य संदिग्ध मंंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद इस आरोपी को मारा
यह घटना डकैती के एक अन्य संदिग्ध मंगेश यादव की मौत के बाद हुई है, जो सुल्तानपुर ज्वैलर्स डकैती मामले में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुल्तानपुर डकैती मामले में कथित भूमिका के लिए अजय यादव नामक एक वांछित व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है. अजय यादव उर्फ डीएम 28 अगस्त को सुल्तानपुर में भारत ज्वैलर्स में दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज डकैती की घटना में पुलिस द्वारा वांटेड था.
ऑपरेशन के दौरान, सुल्तानपुर पुलिस को आरोपी पर गोली चलानी पड़ी, जिसमें उसके पैर में गोली लग गई.
अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने इन मुठभेड़ों पर उठाए थे सवाल
इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा की गई मुठभेड़ों की निंदा करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी में भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि "एक पैटर्न तय हो गया है".
एक्स पर एक पोस्ट में, सपा प्रमुख ने कहा था, "भाजपा शासन में मुठभेड़ों का एक पैटर्न तय हो गया है: पहले किसी को चुनो, फिर फर्जी मुठभेड़ की कहानी बनाओ, फिर दुनिया को फर्जी तस्वीरें दिखाओ, फिर हत्या के बाद, जब परिवार के सदस्य सच बताते हैं, तो उन पर तरह-तरह के दबाव और लालच दी जाती है...."
उन्होंने कहा, "...जितना अधिक भाजपा अपनी ताकतों के साथ ऐसी मुठभेड़ों को सच साबित करने की कोशिश करती है, मुठभेड़ वास्तव में उतना ही बड़ा झूठ है. भाजपा ने सच्चाई का ही एनकाउंटर किया है."
कांग्रेस ने भी राज्य में कथित मुठभेड़ों को लेकर भाजपा सरकार की आलोचना की है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 8 सितंबर को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सुल्तानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा 'कानून के शासन' में विश्वास नहीं रखती है. एसटीएफ जैसी पेशेवर ताकतों को भाजपा सरकार में 'आपराधिक गिरोह' की तरह चलाया जा रहा है, इस पर केंद्र सरकार की चुप्पी उनकी इस 'ठोको नीति' पर स्पष्ट सहमति है. यूपी एसटीएफ के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं. क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई? आखिर उन्हें कौन और क्यों बचा रहा है. कैमरों के सामने संविधान को छूना सिर्फ दिखावा है, जबकि आपकी अपनी सरकारें खुलेआम इसकी धज्जियां उड़ा रही हैं."
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