Bhopal News: भोपाल के कोहेफिजा और शाहजहानाबाद पुलिस ने एक बेहद चालाक वाहन चोरी के गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो ग्राहकों की मांग के मुताबिक दोपहिया वाहन चोरी करता था. ये गिरोह महज 3000 रुपये की मामूली राशि लेकर लग्जरी बाइक और स्कूटी चोरी कर उनके पार्ट्स अलग करता या पूरी गाड़ी बाजार में बेच देता था. यह काम इतना मास्टरली तरीके से करते थे कि पकड़ पाना भी मुश्किल था.
मास्टरमाइंड है एक ट्रेंड मैकेनिक
इस गिरोह का मुख्य सरगना कोई आम बदमाश नहीं बल्कि एक प्रशिक्षित ट्रेंड मैकेनिक है, जिसे हर वाहन के तकनीकी पहलुओं का गहरा ज्ञान था. वह मिनटों में चोरी की गई गाड़ियों को खोलकर उनके पार्ट्स अलग कर देता था. उसके पास चोरी की गाड़ियों को काटने के लिए खास मशीनें, नकली दस्तावेज और उपकरण भी थे.
ऑपरेशन गियरलॉक की शुरुआत कैसे हुई?
पूरे मामले की शुरुआत एक मामूली स्कूटी चोरी की रिपोर्ट से हुई. 21 मई को संजना वर्मा ने अपनी सुजुकी एक्सेस की चोरी की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने इस मामले की गहराई से जांच शुरू की और ‘गियरलॉक’ नामक ऑपरेशन शुरू किया. ACP अनिल वाजपेयी के नेतृत्व में टीम ने पूरे शहर में छापेमारी की, जिसमें पुराने गैराजों और कबाड़ की दुकानों पर भी सघन तलाशी ली गई.
अरेस्ट किए गए आरोपी और उनका आपराधिक नेटवर्क
पुलिस ने गिरोह के मुख्य सदस्य अरशान खान, नवेद खान, साहिल खान, इमरान अली, सलमान खान, सज्जाद खान और हैदर अली को गिरफ्तार किया है. नवेद खान वही मैकेनिक था जो गाड़ियों को काटकर पार्ट्स अलग करता था. इनके पास से चोरी की गाड़ियों के इंजन, चेसिस, नकली आरसी कार्ड, पेट्रोल टंकी और अन्य महत्वपूर्ण सामान जब्त किए गए हैं. आरोपियों ने चोरी की कुछ गाड़ियां अपने अन्य साथियों को बेच दी थीं और फर्जी कागज बनाकर बाजार में बेचने की फिराक में थे.
पुलिस ने क्या-क्या जब्त किया?
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 8 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं, जिनमें ज्यादातर सुजुकी एक्सेस और हीरो स्प्लेंडर शामिल हैं. पुलिस का अनुमान है कि जब्त किए गए सामान की कीमत लगभग साढ़े सात लाख रुपये के आसपास है. अब पुलिस पूरे गिरोह के अन्य अपराधों की जांच कर रही है ताकि इनके अन्य ठिकानों और सहयोगियों तक पहुंच सके.
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