NEET पर दोनों सदनों में हंगामा, लोकसभा दिन भर के लिए स्थगित, विपक्ष ने की चर्चा की मांग

    विपक्ष ने एनईईटी परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर अपना कड़ा रुख जारी रखा और कांग्रेस और अन्य दलों ने सदन में चर्चा की मांग की.

    Uproar in both houses over NEET Lok Sabha adjourned for the day opposition demands discussion
    NEET पर दोनों सदनों में हंगामा/Photo- Sansad TV

    विपक्ष ने एनईईटी परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर अपना कड़ा रुख जारी रखा और कांग्रेस और अन्य दलों ने सदन में चर्चा की मांग की. सरकार द्वारा पहले राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पूरा करने पर जोर देने के कारण दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया और लोकसभा को सोमवार, 1 जुलाई, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.

    राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "यह उनकी (राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की) गलती है. मैं ड्रॉ कराने के लिए अंदर गया था लेकिन फिर भी वह नहीं देख रहे थे. मैं ध्यान खींच रहा था. वह सिर्फ सत्ता पक्ष की ओर देख रहे थे. नियमानुसार जब मैं उसका ध्यान आकर्षित करता हूं तो उसे मेरी ओर देखना चाहिए, लेकिन इसके बजाय उन्होंने जानबूझकर मेरा अपमान करने के लिए मेरी उपेक्षा की. तो फिर मेरे लिए क्या बचा था? इसलिए ध्यान आकर्षित करने के लिए मुझे या तो अंदर जाना होगा या बहुत ज़ोर से चिल्लाना होगा. तो मैं कहूंगा कि ये चेयरमैन साहब की गलती है. मैं कहता हूं कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और इस राज्यसभा की गरिमा बनाए रखनी चाहिए. इतने बड़े घोटाले हुए हैं, NEET परीक्षा, पेपर लीक हो गया है और लाखों बच्चे चिंतित हैं. इसलिए लोगों की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए हमने विशेष चर्चा की मांग की. हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते थे, हम सिर्फ छात्रों के मुद्दे उठाना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इसका मौका नहीं दिया, इस पर ध्यान ही नहीं दिया और इसीलिए हमें ऐसा करना पड़ा.''

    ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, मुझे दुख है- धनखड़

    स्थिति तब और बिगड़ गई जब विपक्षी सदस्य उच्च सदन के वेल में आ गए. धनखड़ ने हैरानी जताते हुए कहा, "माननीय सदस्यों, आज का दिन भारतीय संसद के इतिहास में इतना कलंकित हो गया है कि विपक्ष के नेता खुद वेल में आ गए. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. मुझे दुख है, मैं स्तब्ध हूं. भारतीय संसदीय परंपरा इतनी बिगड़ जाएगी कि विपक्ष के नेता वेल में आ जाएंगे."

    एनईईटी पर चर्चा की मांग पर विपक्ष के अड़े रहने के कारण निचले सदन में कोई कामकाज नहीं हुआ.

    नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनौत ने इस दृश्य पर टिप्पणी करते हुए विपक्ष के आचरण की आलोचना की और कहा, "आपने वहां उनका आचरण देखा. स्पीकर ने भी उन्हें डांटा, लेकिन ऐसा लगता है कि वे (विपक्ष) किसी की बात सुनने को तैयार नहीं हैं. यहां पहली बार और हम भी स्तब्ध थे कि क्या हो गया. उन्हें यह देखकर बुरा लगा कि वे राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को भूलकर मनमाने ढंग से काम कर रहे हैं. मुझे नहीं लगता कि ऐसा आचरण स्वीकार्य होना चाहिए."

     

    यह भी पढ़े: एक्टर करण कुंद्रा का तेजस्वी प्रकाश से ब्रेकअप की बात अफवाह, शेयर की लंदन में छुट्टियां मनाने की तस्वी

    भारत