बीजिंग (चीन): शिज़ांग स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे शहर में डिंगरी काउंटी में आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 95 हो गई है. इससे पहले शुरुआती संख्या 53 बताई गई थी. क्षेत्रीय आपदा राहत अधिकारियों के हवाले से शिन्हुआ ने 53 लोगों की मौत और 62 के घायल होने की सूचना दी थी.
1,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त
स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार दोपहर को बताया कि 130 अन्य लोग घायल हुए हैं. सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, टिंगरी काउंटी में 1,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, जहां भूकंप का केंद्र स्थित है. भूकंप के केंद्र के पास का इलाका कम आबादी वाला है. माना जाता है कि भूकंप के केंद्र के 20 किलोमीटर के दायरे में 27 गांवों में लगभग 6,900 लोग रहते हैं.
भूकंप के केंद्र से सबसे नजदीकी प्रमुख शहर शिगात्से शहर है, जो लगभग 180 किलोमीटर दूर है.
सीएनएन ने बताया, भूकंप के बाद एक बयान में, चीनी नेता शी जिनपिंग ने अधिकारियों से जीवित बचे लोगों की खोज और बचाव, हताहतों की संख्या को कम करने, प्रभावित निवासियों को उचित रूप से समायोजित करने और सर्दियों की ठंड में उनकी सुरक्षा और गर्मी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया.
49 बार महसूस किए गए झटके
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने कहा कि 7.1 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 09:05 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर आया और उसके बाद कई झटके आए. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र के अनुसार, कुल 49 झटके दर्ज किए गए.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, नवीनतम झटका 13:24 बजे IST पर 4.5 तीव्रता का था. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) वेस्टर्न थिएटर कमांड ने घोषणा की कि जवाब में, चीनी सेना ने भूकंप के केंद्र में स्थिति का आकलन करने के लिए एक ड्रोन तैनात किया.
सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, थियेटर कमांड की वायु सेना ने तुरंत आपदा राहत आपातकालीन योजना को सक्रिय कर दिया है. साथ ही, आपदा राहत में सहायता के लिए परिवहन और चिकित्सा विमानों, हेलीकॉप्टरों और जमीनी बलों की एक टीम को स्टैंडबाय पर रखा गया है. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप नेपाल की राजधानी काठमांडू और बिहार के शिवहर जिले में भी महसूस किए गए.
नेपाल-चीन सीमा पर भूकंप के कारण निवासियों को अपने घरों को खाली करके खुले स्थानों पर जाना पड़ा. इन क्षेत्रों में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
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