एक देश को अपनी नौसेना के लिए भीख मांगते हुए देखकर आश्चर्य हुआ, पाकिस्तान पर बोले भारतीय नेवी प्रमुख

    भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने सोमवार को पाकिस्तान को चीन से उपकरण और हथियार समर्थन मिलने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि एक अर्थव्यवस्था जो अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए लड़खड़ा रही है और भीख मांग रही है, सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए धन कैसे जुटा सकती है.

    Surprised to see a country begging for its navy Indian Navy chief said on Pakistan
    एक देश को अपने नौसेना के लिए भीख मांगते हुए देखकर आश्चर्य हुआ, पाकिस्तान पर बोले भारतीय नेवी प्रमुख/Photo- ANI

    नई दिल्ली: भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने सोमवार को पाकिस्तान को चीन से उपकरण और हथियार समर्थन मिलने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि एक अर्थव्यवस्था जो अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए लड़खड़ा रही है और भीख मांग रही है, सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए धन कैसे जुटा सकती है.

    एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में, भारतीय नौसेना प्रमुख ने कहा कि वे पाकिस्तान नौसेना में क्या हो रहा है, उस पर नज़र रख रहे हैं.

    अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है और सहायता की भीख मांग रही है

    भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल ने एएनआई को बताया, "मुझे लगता है कि चिंता का विषय होने से अधिक, यह बहुत आश्चर्य की बात है कि एक अर्थव्यवस्था जो लड़खड़ा रही है और अंतरराष्ट्रीय सहायता की भीख मांग रही है, वह यह सुनिश्चित करने के लिए धन कैसे जुटा सकती है कि उनके सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण हो. हम इस पर नज़र रख रहे हैं कि क्या हो रहा है. पाकिस्तानी नौसेना को विभिन्न स्रोतों से किस तरह के हथियार और प्लेटफॉर्म मिल रहे हैं और हमारे पास यह सुनिश्चित करने के लिए एक रणनीति है कि क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और हमारे राष्ट्रीय समुद्री हितों से समझौता नहीं किया जाए."

    उनसे पाकिस्तान को चीन से उपकरण और हथियार समर्थन मिलने के बारे में पूछा गया था. उन्होंने कहा, "जहां तक ​​चीन का सवाल है, आप पूरी तरह से जानते हैं कि संख्या के मामले में यह सबसे बड़ी नौसेना बन गई है. इस पर भी हम नजर रख रहे हैं."

    भारतीय शिपयार्डों में 63 जहाजों का निर्माण किया जा रहा है

    उन्होंने आगे कहा कि भारतीय शिपयार्डों में 63 जहाजों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम डीपीएसयू, पीएसयू के साथ-साथ एलएंडटी जैसे निजी उद्योग भी शामिल हैं.

    उन्होंने कहा, "17 ब्रावो जहाज 7000-8000 टन के बहुत सक्षम फ्रिगेट हैं. हमारी दीर्घकालिक एकीकृत परिप्रेक्ष्य योजना के अनुसार, हमारे पास 24 फ्रिगेट होने चाहिए, इसलिए ये 7 नए स्टील्थ फ्रिगेट उस क्षमता में ताकत जोड़ देंगे."

    2047 तक भारतीय नौसेना पूर्ण रूप से आत्मनिर्भर बल बन जाएगी

    भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल ने जोर देकर कहा कि 2047 तक भारतीय नौसेना पूर्ण रूप से 'आत्मनिर्भर' बल बन जाएगी. 

    उन्होंने कहा, "भारतीय नौसेना 2047 तक पूर्ण 'आत्मनिर्भर' बल बन जाएगी. मुझे नहीं लगता कि सतह से उप-सतह तक कोई और प्लेटफॉर्म विदेश से हासिल किया जाएगा, वे सभी भारत में बनाए जाएंगे. नौसेना मुख्यालय में, हम एक टू-स्टार रैंक अधिकारी के तहत दो टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जो अब उद्योग में जा रहे हैं और सीख रहे हैं कि हम किस तरह की तकनीक को अपनाकर कमियों को दूर कर सकते हैं. मैं अगले कुछ महीनों में इसमें सफल होने की उम्मीद कर रहा हूं बहुत आशा है."

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