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रतन नवल टाटा भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. उन्होंने टाटा ग्रुप को नए मुकाम पर पहुंचाया.


28 दिसंबर, 1937 में जन्मे रतन टाटा के पिता नवल टाटा जमशेद टाटा के गोद लिए हुए पोते थे.


अविवाहित रतन टाटा के जीवन में चार बार ऐसे पल आए जब वह शादी करने के करीब थे, लेकिन कुछ वजहों से शादी नहीं हो सकी.


रतन टाटा ने 8वीं कक्षा तक की पढ़ाई कैंपियन स्कूल से की है, इसके बाद 1955 में न्यूयॉर्क शहर के रिवरडेल कंट्री स्कूल से ग्रेजुएशन की डिग्री ली है.


1961 में रतन टाटा ने पहली नौकरी टाटा स्टील में की थी. टाटा ग्रुप के चेयरमैन जेआरडी टाटा की एक डांट ने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी.


रतन टाटा बहुत विनम्र स्वाभाव के हैं और जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति हैं. टाटा ग्रुप 100 से ज्यादा देशों में कारोबार करता है.


साल 1991 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने के बाद उन्होंने समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और ग्रुप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई.


टाटा को फ्लाइंग बेहद पसंद है. वह एक स्किल्ड पायलट हैं. रतन टाटा वर्ष 2007 में F-16 फाल्कन उड़ाने वाले पहले भारतीय थे.


जमशेद टाटा के दिनों से ही टाटा संस के मुख्यालय बॉम्बे हाउस में बारिश के दौरान बाहरी कुत्तों को आने देने की परंपरा रही है. रतन टाटा को भी कुत्तों से बहुत प्यार है.

