'महिलाओं के खिलाफ बयान पर बाकियों पर भी कार्रवाई हो', अरविंद सांवत ने 'इम्पोर्टेड माल' को लेकर मांगी माफी

    उन्होंने इस दौरान अपनी विरोधी पार्टी के नेताओं के सिलेसिलेवार महिला विरोधी बयान गिनाए और उन पर भी इसी तरह एफआईआर दर्ज करने और माफी मांगने की मांग की.

    'महिलाओं के खिलाफ बयान पर बाकियों पर भी कार्रवाई हो', अरविंद सांवत ने 'इम्पोर्टेड माल' को लेकर मांगी माफी
    शिवसेना (यूबीटी) नेता अरविंद सावंत मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी बात रखते हुए | Photo- ANI के वीडियो से ग्रैब्ड.

    मुंबई/नई दिल्ली : शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता अरविंद सावंत ने शनिवार को 'इम्पोर्टेड माल' वाली अपनी टिप्पणी को लेकर शिवसेना (शिंदे गुट) की नेता शाइना एनसी से माफी मांग ली है और कहा कि उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है. वह 55 साल की राजनीति में कभी भी महिलाओं का अपमान नहीं किए हैं, आज भी नहीं किया है और ना कभी करेंगे.

    उन्होंने इस दौरान अपनी विरोधी पार्टी के नेताओं के सिलेसिलेवार महिला विरोधी बयान गिनाए और उन पर भी इसी तरह एफआईआर दर्ज करने और माफी मांगने की मांग की. उन्होंने ये बातें में मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही.

    गौरतलब है कि अरविंद सावंत ने मुंबदेवी में शिवसेना (शिंदे गुट) की मुंबादेवी से उम्मीदवार शाइना एनसी को लेकर कहा था कि यहां इम्पोर्टेड नहीं चलेगा. उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार अमीन पटेल को ओरजिनल माल बताते हुए कहा था कि यहां इम्पोर्टेड माल नहीं चलता है. 

    इसके जवाब में शाइना एनसी ने एक्स पर एक पोस्टर जारी करते हुए लिखा, "महिला हूं, माल नहीं."

    इस बयान के बाद से सत्ताधारी दल और बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाया हुआ है, जिसके बाद अरविंद सावंत ने माफी मांग ली है. 

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    मुझे जानबूझकर, राजनीतिक फायदे के लिए निशाना बनाया जा रहा : अरविंद सावंत

    अरविंद सावंत ने कहा, "पिछले एक दिन से भारत वर्ष में बड़ा माहौल बनाया जा रहा है कि अरविंद सावंत ने किसी महिला का अपमान किया है. जिंदगी में नहीं किया है. 55 साल से राजनीति में हूं, बल्कि इसके उलट उनको सम्मानित करने में आगे रहा हूं. इसका मैं कई उदाहरण दे सकता हूं." 

    "दूसरी तरफ जो बात हुई उसका अलग मतलब निकालकर, जानबूझकर मुझे टारगेट किया जा रहा है. जो कि मुझे दुख पहुंचाता है. लेकिन फिर भी मेरे वक्तव्य से किसी को ठेस पहुंची होगी तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. मैं उनका सम्मान करता हूं. मैंने अपने 55 साल की राजनीति में ना किसी अपमान किया है, आज भी नहीं किया है और ना कभी करूंगा."

    उन्होंने कहा, "मेरे ऊपर गुनाह भी दाखिल हुआ तो मैं अपेक्षा करता हूं कि महिलाओं का सम्मान पार्टीवाइज नहीं देखा जा सकता. अगर ऐसा है तो सूर्णपखा किसने कहा था एक महिला को, जर्सी गाय किसने कहा था महिला को. क्या ये सब महिलाओं का सम्मान था?"

    उनका इशारा सोनिया गांधी पर कथित तौर से पीएम मोदी की टिप्पणी की ओर था.

    सावंत ने मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, "क्या मणिपुर में जो हुआ उससे महिलाओं का सम्मान हुआ था?" 

    "हमारी माननीय महापौर के बारे में आशीष सेलार जी ने जो किया, उस पर कौन सा गुनाह दाखिल हुआ?..हाल में ठाणे में महिला अत्याचार को लेकर आंदोलन हुआ, कौन सा गुनाह दाखिल हुआ?....राम कदम जो कि विधायक हैं, उन्होंने जो कुछ बोला उस पर कौन सा गुनाह दाखिला हुआ?"

    शिवसेना (यूबीटी) नेता ने दूसरी पार्टी के लोगों के बयानों को लेकर कार्रवाई की मांग की

    शिवसेना यूबीटी नेता अरविंद सावंत ने कहा, "अगर आपको (सीएम शिंदे सरकार) को महिलाओं के सम्मान के प्रति इतनी संवेदना है तो ये सारे लोग जिन्होंने जो-जो वक्तव्य दिया, जो महिलाओं को अपमानित किया, उनके ऊपर भी कार्रवाई होनी चाहिए, यह मेरी मांग है. आप भी (पत्रकार) जाकर पूछ लीजिए. अब्दुल सत्तार, उन्होंने सुप्रिया सुले के बारे में क्या कहा था, तो उनका क्या हुआ, क्या उन पर कार्रवाई हुई?...

    "बस चुनाव में एक राजनीतिक लाभ उठाने के लिए ये सब हो रहा है. मैंने 29 तारीख को वक्तव्य दिया था, उस दिन कुछ नहीं बोलीं हमारी बहन (शाइना एनसी) ने. 1 तारीख को उन्हें पता नहीं किसने याद दिलाया. फिर भी इसी तरह की कार्रवाई बाकियों पर भी होनी चाहिए, जिन्होंने महिलाओं का अपमान किया. एक बार फिर से अगर मेरी बात से किसी की भावना को ठेस पहुंची हो तो मैं संवेदना जताता हूं."

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