विज्ञान और इतिहास के संगम से एक बार फिर इंसानी अतीत के रहस्य खुलने लगे हैं. इस बार वैज्ञानिकों ने 10,500 साल पहले मीयूज घाटी (Meuse Valley) में रहने वाली एक महिला का चेहरा फिर से बनाने में सफलता पाई है. यह उपलब्धि बेल्जियम की गेन्ट यूनिवर्सिटी (Ghent University) के रिसर्चर्स ने हासिल की है, जिसने पूरे यूरोप के इतिहास प्रेमियों को रोमांचित कर दिया है.
गुफा से मिली हड्डियों से हुई शुरुआत
साल 1988 में बेल्जियम के डिनैंट क्षेत्र में स्थित मार्गॉक्स गुफा से एक महिला के कंकाल के अवशेष मिले थे. यह महिला पश्चिमी यूरोप की एक शिकारी-संग्राहक (hunter-gatherer) समुदाय से ताल्लुक रखती थी. इसी आधार पर रिसर्च टीम ने उसके डीएनए का अध्ययन शुरू किया और सालों की मेहनत के बाद उसका चेहरा फिर से रीकंस्ट्रक्ट कर दिखाया कि वह महिला असल में कैसी दिखती थी.
ब्लू आंखें, हल्की त्वचा
डीएनए विश्लेषण से सामने आया कि महिला की आंखें नीली थीं, ठीक वैसे ही जैसे ब्रिटेन के मशहूर "चेडर मैन" की. लेकिन चेडर मैन की तुलना में उसका त्वचा का रंग थोड़ा हल्का था. उम्र की बात करें तो वह करीब 35 से 60 साल के बीच की रही होगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक यह जानकारी छोटी जरूर है, लेकिन ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बेहद अहम मानी जा रही है.
पुराने औज़ार, आभूषण और शिविर
महिला के चेहरे की बनावट के साथ-साथ, उसके रहन-सहन, पहनावे और टैटू जैसी चीज़ों की झलक भी इस प्रोजेक्ट में दिखाई गई है. पुरातात्विक खुदाई से मिले उपकरण, सीप, पेंट और शिकार के अवशेषों को मिलाकर एक पूरी दुनिया की तस्वीर बनाई गई है. मानो 10 हजार साल पुराना समय फिर से जीवित हो उठा हो.
ये भी पढ़ें: दुनिया के वो 5 गांव जो अपनी अजीबोगरीब बातों से हैं मशहूर, एक में तो महीनों तक नहीं पहुंचती सूरज की रोशनी