S-400 ने पाकिस्तान में 315 किमी अंदर AWACS एयरक्राफ्ट को मार गिराया था, ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा खुलासा

    भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया तनाव ने 21वीं सदी के सबसे सटीक और शक्तिशाली एयर ऑपरेशनों में से एक को जन्म दिया: ऑपरेशन सिंदूर.

    S-400 had shot down AWACS aircraft 315 km inside Pakistan
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया तनाव ने 21वीं सदी के सबसे सटीक और शक्तिशाली एयर ऑपरेशनों में से एक को जन्म दिया: ऑपरेशन सिंदूर. यह एक सुनियोजित और तकनीकी रूप से उन्नत सैन्य कार्रवाई थी, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की वायु क्षमताओं को सीधे उनके आकाश में चुनौती दी और जीत भी हासिल की.

    आक्रामक कार्रवाई की पृष्ठभूमि: पहलगाम हमला

    ऑपरेशन सिंदूर की योजना, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद बनाई गई थी, जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों को गंभीर नुकसान उठाना पड़ा. इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा अंजाम दिया गया था, और यह भारत की सुरक्षा नीति के "रेड लाइन" को पार करने जैसा था.

    इसके जवाब में, भारत सरकार ने तेज, निर्णायक और सीमापार सटीक जवाब की योजना बनाई, एक ऐसा ऑपरेशन जो दुश्मन को न केवल नुकसान पहुंचाए, बल्कि उनके रणनीतिक ढांचे की नींव को भी हिला दे.

    ऑपरेशन सिंदूर: 315 किमी अंदर तक प्रहार

    हिंदुस्तान टाइम्स ने भारतीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि 10 मई को रात के अंधेरे में, भारतीय वायुसेना ने एक समन्वित एयर स्ट्राइक में पाकिस्तान के 315 किलोमीटर भीतर स्थित अत्यधिक संवेदनशील और रणनीतिक महत्व के SAAB-2000 AWACS एयरक्राफ्ट को सटीक मिसाइल स्ट्राइक में नष्ट कर दिया.

    AWACS यानी Airborne Warning and Control System, किसी भी युद्ध की "आंखें और कान" होते हैं. इसे मार गिराना दुश्मन की वायु प्रतिरोधक क्षमता को पंगु बना देता है — और भारत ने यही किया.

    JF-17, F-16 और C-130J को भी किया ध्वस्त

    भारतीय हमले यहीं नहीं रुके. इस स्ट्राइक में पाकिस्तान का एक JF-17 लड़ाकू विमान, दो F-16 फाइटर जेट और एक C-130J मीडियम लिफ्ट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी तबाह कर दिए गए. इन सभी विमानों को या तो हवा में मिसाइलों से निशाना बनाया गया या जमीनी हमलों में नष्ट किया गया.

    एस-400: 11 बार एक्टिव होकर रचा इतिहास

    इस पूरे ऑपरेशन में सबसे अहम भूमिका निभाई भारत की वायु रक्षा की रीढ़ — S-400 ट्रायंफ मिसाइल सिस्टम ने. आदमपुर एयरबेस पर तैनात S-400 यूनिट को 11 बार सक्रिय किया गया, जिसने आसमान में भारतीय वायुसेना को अदृश्य सुरक्षा कवच प्रदान किया.

    यह वही S-400 प्रणाली है जो 80 लक्ष्यों पर एक साथ निगरानी और हमला करने की क्षमता रखती है, और जिसकी मिसाइलें 400 किमी दूर तक निशाना भेद सकती हैं.

    दुश्मन की रक्षा प्रणालियों का सफाया

    भारत की स्ट्राइक सिर्फ एयरक्राफ्ट तक सीमित नहीं रही. मिसाइलों और HARPY कामिकेज ड्रोन की मदद से लाहौर में तैनात चीन की LY-80 एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया गया.

    कराची के मलीर इलाके में, चीन निर्मित HQ-9 (S-300 का चीनी संस्करण) को सर्जिकल तरीके से खत्म कर दिया गया. इन प्रणालियों का सफाया पाकिस्तान की थल और वायु सुरक्षा संरचना में भारी सेंध है.

    ऑपरेशन 'बुनयान अल-मर्सूस' विफल

    सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए 'ऑपरेशन बुनयान अल-मर्सूस' की योजना बनाई थी, जिसके तहत भारतीय हवाई अड्डों और सैन्य प्रतिष्ठानों को 48 घंटे में निशाना बनाने की रणनीति बनाई गई थी.

    लेकिन भारत की पहले से की गई सटीक और निर्णायक कार्रवाई ने इस योजना को 8 घंटे में ही ध्वस्त कर दिया. पाकिस्तान की जवाबी क्षमताएं संचालन के पहले चरण में ही धराशायी हो गईं.

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