RCB VS PBKS IPL 2025: क्रिकेट के मैदान पर हर जीत के पीछे किसी की हार छुपी होती है. आईपीएल 2025 की फाइनल रात रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के नाम रही, लेकिन उस रात पंजाब किंग्स के जज़्बे ने भी करोड़ों दिल जीते. 18 साल बाद RCB ने जो कप उठाया, वो उतना ही भारी था जितना पंजाब किंग्स का टूटा सपना. दुनिया अकसर चैंपियन को याद रखती है, लेकिन आज हम बात करेंगे उस टीम की जिसने फाइनल में दम तोड़ा नहीं, बस किस्मत से हार गई पंजाब किंग्स.
पंजाब की हिम्मत हार से बड़ी थी
क्वालीफायर-2 में मुंबई जैसी बड़ी टीम को पटखनी देकर फाइनल तक पहुंचना कोई मामूली काम नहीं था. कप्तान श्रेयस अय्यर ने मुकाबले के बाद जो कहा, उसमें निराशा नहीं गर्व की गूंज थी. "हमने हर मुकाबले में दिल से खेला. कई खिलाड़ियों का यह पहला आईपीएल था, लेकिन जो निडरता उन्होंने दिखाई, वह अद्भुत थी. काम अधूरा है... लेकिन हम इसे अगली बार जरूर पूरा करेंगे." उन्होंने माना कि फाइनल में 200 रन का स्कोर भी कम पड़ा, और क्रुणाल पंड्या की गेंदबाज़ी ने खेल पलट दिया. लेकिन उन्होंने हार को कमजोरी नहीं, अगले साल की तैयारी का हिस्सा माना.
RCB की जीत और विराट कोहली का इंतज़ार
जब बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार ने ट्रॉफी थामते हुए कहा, "ई साला कप नामडू", तो स्टेडियम तालियों से गूंज उठा. लेकिन असली शोर तब हुआ जब उन्होंने विराट कोहली के लिए यह कहा "सबसे ज़्यादा इस जीत के हकदार विराट हैं. उन्होंने टीम और फैंस के लिए जो समर्पण दिखाया, वो अतुलनीय है." यह जीत न सिर्फ RCB के लिए, बल्कि उन सभी फैन्स के लिए भी थी, जो सालों से हर सीज़न 'इंतज़ार' और उम्मीद के साथ मैदान की ओर देखते थे.
दो टीम, दो कहानियां — लेकिन एक ही भावना
आईपीएल 2025 का फाइनल सिर्फ एक ट्रॉफी का फैसला नहीं था, यह दो टीमों के जज़्बे, जुनून और जिद की कहानी थी. RCB ने जहां अपने 18 साल पुराने इंतज़ार को खत्म किया, वहीं पंजाब किंग्स ने साबित किया कि हारने के बाद भी इज्ज़त कमाई जा सकती है.
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