राजस्थान रेलवे पुलिस द्वारा एक बड़े खुलासे में, टीम ने एक बाजीगर गिरोह (मदारी गिरोह) द्वारा शिशुओं के अपहरण का पर्दाफाश किया, इससे पहले कि वे उन्हें सड़क पर प्रदर्शन करने वालों (जमूरा) में बदल पाते उनका पर्दाफाश हो गया.
पुलिस ने बाजीगर गिरोह के पांच सदस्यों मुकेश मदारी, कर्ण, अर्जुन, प्रेम और लज्जो नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, ये आरोपी खानाबदोश की तरह रहते हैं और जुगाड़ से पैसा कमाते हैं, लेकिन वे हरियाणा के भिवानी के मूल निवासी हैं.
यह मामला तब सामने आया जब 5 मई को कोटा रेलवे जंक्शन से एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया जब उसके पिता टिकट लेने गए थे. उसके पिता ने शिकायत दर्ज कराई और टीम ने जांच शुरू की. 500 से ज्यादा सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि गिरोह के सदस्यों ने रेलवे स्टेशन से बच्चे का अपहरण किया और उसे झालावाड़ के रास्ते भोपाल ले गए.
अतिरिक्त महानिदेशक (जीआरपी) अनिल पालीवाल ने कहा, "टीमों को कुछ सुराग मिले और उन्हें जोड़ते हुए वे जयपुर पहुंचे, जहां मंगलवार रात कई स्थानों पर गहन तलाशी अभियान चलाया गया. तलाशी अभियान के दौरान, दस साल पहले अपहरण किए गए चार वर्षीय लड़के और एक अन्य नाबालिग को बरामद कर लिया गया."
सर्च ऑपरेशन में विद्याधर नगर के एक कैंप से चार साल के मासूम को बचाया गया. पुलिस ने गंगापुर सिटी से 10 साल पहले अपहृत एक अन्य लड़के को भी बचा लिया.
पूछताछ करने पर इन बदमाशों ने इस बच्चे का भी अपहरण करने की बात कबूल कर ली. पुलिस अधिकारी अब लापता बच्चों का रिकॉर्ड खंगालकर बच्चे के परिवार तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
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