कोलकाता (पश्चिम बंगाल) : तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने (TMC) मंगलवार को डॉक्टरों से काम पर लौटने अपली की और कहा कि डॉक्टरों के अपने फर्ज न निभाने से मानवीय कीमत बढ़ती जा रही है.
पार्टी ने यह भी सवाल उठाया कि चिकित्सा बिरादरी द्वारा अपने फर्ज को पूरा करने से पहले और कितनी जानें जाएंगी.
One tragedy after another – the human cost of doctors abstaining from their duty is mounting.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) September 10, 2024
This time, a man from Haripal, Hooghly, lost his life after being denied the treatment he desperately needed.
We have always acknowledged the concerns behind the protests, but how many… pic.twitter.com/QoDgIJO2rV
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हुगली में उपचार न मिलने से एक शख्स के जान गंवाने की बात कही
एक्स पर एक पोस्ट में, टीएमसी ने कहा, "एक के बाद एक त्रासदी - डॉक्टरों द्वारा अपने फर्ज से हटने की मानवीय कीमत बढ़ती जा रही है. इस बार, हुगली के हरिपाल के एक शख्स ने उपचार न मिलने के बाद अपनी जान गंवा दी, जिसकी उसे सख्त जरूरत थी. हमने हमेशा विरोध-प्रदर्शनों के पीछे की चिंताओं को स्वीकार किया है, लेकिन चिकित्सा बिरादरी द्वारा इस समय आगे आएं और अपने फर्ज को पूरा करें, और कितनी जानें जाएंगी?"
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के खिलाफ लोग और डॉक्टर, विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. पीड़िता 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार हॉल में मृत पाई गई थी.
सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की.
ममता ने कहा- डॉक्टर मुझसे मिलना चाहते हैं तो हमेशा स्वागत है
सोमवार को नबन्ना सभाघर में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक के दौरान बनर्जी ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों से तुरंत काम पर लौटने का अनुरोध किया है. मैं भी अनुरोध करती हूं कि वे ड्यूटी पर लौट आएं और अगर वे मुझसे मिलना चाहते हैं, तो उनका हमेशा स्वागत है."
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या से संबंधित मामले की सुनवाई करते हुए याद दिलाया कि 10 सितंबर, शाम 5 बजे तक काम पर लौटने के बाद डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए.
हालांकि, अदालत ने कहा कि अगर वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो अदालत राज्य सरकार को रोक नहीं पाएगी और काम से आगे अनुपस्थित रहने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है.
9 सितंबर को, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को हत्या और बलात्कार मामले के संबंध में अगले सप्ताह तक एक नई स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया. जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है.
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