'अधीर रंजन फैसला लेने वाले नहीं, जो हाईकमान की बात नहीं मानेगा बाहर होगा', ममता पर बयान को लेकर खरगे

    Mallikarjun Kharge on Adhir Ranjan : कांग्रेस चीफ ने कहा- उनका नजरिया गठबंधन से मिले या नहीं, हाईकमान जो तक करें उसे फॉलो करें, जो नहीं मानेगा वो बाहर जाएगा.

    'अधीर रंजन फैसला लेने वाले नहीं, जो हाईकमान की बात नहीं मानेगा बाहर होगा', ममता पर बयान को लेकर खरगे
    मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे | Photo- @INCIndia के हैंडल से.

    Mallikarjun Kharge on Adhir Ranjan

    नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के INDIA गठबंधन को बाहर समर्थन देने के बयान पर पार्टी के नेता अधीर रंजन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होने अधीर रंजन पर नाराजगी जताते हुए कहा वो कुछ तय करने वाले नहीं हैं इसे शीर्ष आलाकमान तय करता है और जो इसका पालन नहींं करेगा वह पार्टी से बाहर हो जाएगा. उन्होंने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए ये बात कही.

    इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडिया गठबंधन के नेता उद्धव ठाकरे, शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार समेत नेता मौजूद थे.

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    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "ममता जी ने कहा कि हम बाहर से सपोर्ट करेंगे. ये पहले भी हुआ है, बहुत सी पार्टियां बाहर से सपोर्ट करती रही हैं. जैसे 2004 में यूपीए सरकार को बाहर से कम्युनिस्ट पार्टियां सपोर्ट कर रही थीं."

    खरगे ने कहा, "लेकिन हाल ही में उनका (ममता बनर्जी) एक और बयान सामने आया है. अगर सरकार बनती है तो हम सरकार में शामिल हो जाएंगे. नेचुरली वह गठबंधन के साथ हैं यह स्पष्ट है."

    उन्होंने कहा, "अब रही बात अधीर रंजन चौधरी की. वह निर्णय वाले नहीं है. निर्णय लेने वाले हम हैं, कांग्रेस पार्टी है, हई कमान है. इसीलिए हम जो निर्णय लेंगे वही सही होगा."

    पत्रकार के ये पूछने पर कि लेकिन उनका (अधीर रंजन चौधरी) का गठबंधन के साथ नजरिया मिल नहीं रहा तो इस पर खरगे ने कहा, "उनका नजरिया मिल रहा है या नहीं, इसका कोई मतलब नहीं. हम हाईकमान हैं, हम जो तक करें उसे फॉलो करें. अगर कोई इसे नहीं मानता तो वो बाहर जाएगा."

    गौरतलब है कि दो दिन पहले ममता ने इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की स्थिति में उसे बाहर से समर्थन देने की बात कही थी, जिसके बाद लोकसभा में कांग्रेस के विपक्षी दल के नेता और बंगाल कांग्रेस के बड़े चेहरे अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा था. इसको लेकर दोनों दलों की बीच तनाव बढ़ने की बातें होने लगी थीं. लेकिन खरगे ने अब स्थिति साफ कर दी है.

    इंडिया गठबंधन से अलग बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही हैं ममता बनर्जी

    बता दें कि इंडिया गठबंधन बनने के समय से ही इसके साथ रहने वाली ममता बनर्जी बाद में इससे अलग हो गई थीं. जिसके बाद उन्होंने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. ऐसा माना जा रहा है कि अधीर रंजन चौधरी के टीएमसी के खिलाफ दिए गए बयानों से नाराजगी बढ़ी थी, जिसके बाद उन्होंने राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया था.

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    अधीर रंजन ने ममता पर लगाया था वोट के लिए बयान देने का आरोप

    वहीं अधीर रंजन चौधरी ने ममता के इंडिया गठबंधन को बाहर समर्थन की बात पर उन्हें अवसरवादी कहा था

    टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा था, ''...ममता बनर्जी के इंडिया गठबंधन (INDIA alliance) छोड़ने की क्या वजह थी?...''...इंडिया गठबंधन आगे बढ़ रहा है और सरकार बनाने की कगार पर है, और यही कारण है कि एक अवसरवादी राजनीतिक नेता के रूप में उन्होंने (ममता) एडवांस में समर्थन देने के बारे में सोचा, ताकि इंडिया ब्लॉक को उनका यह समर्थन पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने में मदद कर सके. वह अब कच्ची जमीनी हकीकत को समझ रही हैं कि मतदाता इंडिया ब्लॉक के गठबंधन की ओर बढ़ रहे हैं. सियासी माहौल के इस भंवर में ममता बनर्जी अलग-थलग पड़ जाएंगी, क्योंकि वही वो नेता हैं, जो कभी गठबंधन का नेतृत्व करने का दंभ भरती थीं. किस बात ने उन्हें इंडिया गठबंधन छोड़ने के लिए प्रेरित किया? यह तो आज तक उन्होंने स्पष्ट नहीं किया...?"

    अधीर रंजन चौधरी ने कहा था, "अब, मुझे लगता है कि वह देशभर में बहुत तेजी से बदल रहे हालात को समझ गई हैं. इसलिए, अब वह इंडिया गठबंधन की वकालत इसलिए कर रही हैं क्योंकि केवल इंडिया गठबंधन देश को और अधिक विनाश व निराशा से बचा सकता है. वह अपनी राजनीतिक नींद से जाग चुकी हैं. केवल इंडिया गठबंधन का हवाला देकर वह पश्चिम बंगाल में अपना चेहरा और किस्मत बचा सकती हैं."

    टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने ये दिया था बयान

    वहीं, टीएमसी (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के चार चरण बीत जाने के बाद अब बचे तीन और चरणों के चुनाव के बीच यह बयान दिया है. उन्होंने इंडिया गठबंधन की सरकार बनने की स्थिति में उसे बाहर से समर्थन देने की बात कही है.

    उन्होंने एक दिन पहले एक चुनावी जनसभा में कहा था, "इंडिया गठबंधन अगर सत्ता में आता है तो वह उसे बाहर से समर्थन देंगी. हम गठबंधन को नेतृत्व देंगे और बाहर से इसे हर तरह से सपोर्ट करेंगे. हम ऐसी सरकार बनाएंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि बंगाल में हमारी माताओं और बहनों को कोई समस्या न हो. जो लोग 100 दिन की नौकरी की योजना के तहत काम करते हैं उन्हें समस्या न हो."

    ममता ने मतदाताओं को चेताते हुए कहा था, "आप लेफ्ट-कांग्रेस पर विचार ने करें. ये हमारे साथ नहीं हैं. वे बीजेपी साथ हैं. वे भाजपा की मदद कर रहे हैं. मैंने इंडिया गठबंधन को बनाने में अहम भूमिका निभाई है. यहां तक कि इस गठबंधन का नाम भी मैंने दिया था."

    उन्होंने स्पष्ट किया था, "उनकी पार्टी केंद्र में इंडिया ब्लॉक को समर्थन देगी ताकि वह सरकार बना सके. भाजपा के सत्ता से बाहर होने पर हम नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) को रद्द करेंगे और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) व समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू होने से भी रोकेंगे."

    इस बीच पश्चिम बंगाल में कुल 42 सीटों में से 18 सीटों पर मतदान हो चुका है. 24 सीटों पर अभी वोटिंग होनी बाकी है, राज्य में सभी 7 चरणों में मतदान होना है.

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