अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट- हैरिस का ट्रम्प की व्यापार नीति पर वार, पूर्व राष्ट्रपति का बाइडेन पर निशाना

    हैरिस ने कहा अमेरिका की नीति 21वीं सदी के कंपिटिशन को जीतने की होनी चाहिए, जबकि पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण के लिए चीन को 'चिप' बेचे.

    अमेरिकी प्रेसिडेंशियल डिबेट- हैरिस का ट्रम्प की व्यापार नीति पर वार, पूर्व राष्ट्रपति का बाइडेन पर निशाना
    पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और मौजूदा डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस डेबेट के दौरान | Photo-@KamalaHarris के हैंडल से.

    फिलाडेल्फिया (अमेरिका) : चीन के संबंध में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की व्यापार नीति की आलोचना करते हुए, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्यापार वार्स को आमंत्रित किया और चीन को अमेरिकी चिप्स बेचीं, ताकि उन्हें सेना में सुधार और आधुनिकीकरण में मदद मिल सके.

    एबीसी न्यूज द्वारा आयोजित राष्ट्रपति पद की बहस के दौरान, हैरिस ने कहा कि चीन के संबंध में अमेरिका की नीति 21वीं सदी के कंपिटिशन को जीतने की होनी चाहिए, जिसका उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका मतलब अमेरिका के सहयोगियों के साथ संबंधों पर ध्यान केंद्रित करना और अमेरिकी-आधारित प्रौद्योगिकी में निवेश पर ध्यान केंद्रित करना है.

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    कमला ने कहा- ट्रम्प की वजह से अब तक सबसे बड़ा व्यापार घाटा

    इस सवाल के जवाब में कि क्या अमेरिकी, टैरिफ की उच्च कीमतें झेल सकते हैं, कमला हैरिस ने कहा, "ट्रम्प प्रशासन का नतीजा है कि व्यापार घाटा हुआ, जो अमेरिका के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक घाटा है. उन्होंने ट्रेड वार्स को आमंत्रित किया. आप चीन के साथ उसके सौदे के बारे में बात करना चाहते हैं, डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के दौरान उन्होंने क्या किया. उन्होंने चीन को अपनी सेना को बेहतर बनाने और आधुनिक बनाने में मदद करने के लिए अमेरिकी चिप्स बेचे."

    उन्होंने कहा, "मूलरूप से, उन्होंने हमें बेच दिया, जबकि चीन के बारे में नीति यह सुनिश्चित करने के लिए होनी चाहिए कि संयुक्त राज्य अमेरिका 21वीं सदी की प्रतियोगिता जीते, जिसका अर्थ है कि इसके लिए क्या करना जरूरी है, इसके डिटेल्स पर ध्यान केंद्रित करना, अपने सहयोगियों के साथ संबंधों पर ध्यान केंद्रित करना, अमेरिकी-आधारित तकनीक में निवेश करने पर ध्यान केंद्रित करना ताकि हम AI, क्वांटम कंप्यूटिंग की दौड़ जीत सकें, इस बात पर ध्यान केंद्रित करना कि हमें अमेरिका के कार्यबल का सपोर्ट करने के लिए क्या करने की जरूरत है ताकि हम श्रमिकों के अधिकारों के मामले में कमतर न पड़ें."

    कोविड को लेकर हैरिस ने ट्रम्प को निशाने पर लिया

    पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए हैरिस ने कहा कि ट्रम्प ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को धन्यवाद बोला, जबकि वे जानते थे कि शी COVID के पैदा होने के बारे में पारदर्शिता की कमी और जानकारी न देने के लिए जिम्मेदार थे.

    हैरिस ने कहा, "लेकिन, डोनाल्ड ट्रम्प ने जो किया, उसको लेकर आइए कोविड के बारे में बात करते हैं. उन्होंने वास्तव में चीन के राष्ट्रपति शी को कोविड को लेकर धन्यवाद दिया. उनके ट्वीट को देखें, धन्यवाद मिस्टर शी! ऐसा तब, जब हम जानते हैं कि शी कोविड की पैदा होने के बारे में पारदर्शिता नहीं रख रहे और हमें जानकारी न देने के लिए जिम्मेदार थे."

    ट्रम्प ने बाइडेन प्रशासन के दौरान लगाया अधिक महंगाई का आरोप

    इसी सवाल पर राष्ट्रपति पद की बहस के दौरान, डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका में लोगों को कीमत चुकाने की ज़रूरत नहीं है. हालांकि, यह चीन और अन्य देश हैं जिनको अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने यह भी कहा कि बाइडेन प्रशासन ने अपनी सरकार के दौरान लगाए गए टैरिफ को वसूलना जारी रखा है. ट्रम्प ने कहा कि बाइडेन प्रशासन के दौरान सबसे अधिक महंगाई रही और इसे उन्होंने "सबसे खराब दौर" कहा.

    ट्रम्प ने कहा, "उनके समय अधिक कीमतें नहीं होंगी. क्या होने वाला है और चीन और उन सभी देशों में कौन अधिक कीमतें वसूलने जा रहा है जो वर्षों से हमें लूट रहे हैं? मैं आरोप लगाता हूं, मैं अब तक का एकमात्र राष्ट्रपति था, जब चीन हमें सैकड़ों अरब डॉलर का भुगतान कर रहा था और अन्य देश भी."

    उन्होंने कहा, "और, आप जानते हैं, अगर वह उन्हें पसंद नहीं करती हैं, तो उन्हें बाहर जाना चाहिए था और उन्हें तुरंत टैरिफ में कटौती करनी चाहिए थी. लेकिन ये टैरिफ उनके प्रशासन के तहत साढ़े तीन साल से हैं, हम अरबों डॉलर, सैकड़ों अरबों डॉलर लेने जा रहे हैं. मेरे वक्त कोई महंगाई नहीं थी. उनके वक्त शायद हमारे देश के इतिहास में सबसे अधिक महंगाई रही, क्योंकि मैंने इससे खराब समय नहीं देखा है. लोग अनाज, बीकन, अंडे या कुछ और खरीदने के लिए बाहर नहीं जा सकते. हमारे देश के लोग उनके द्वारा किए गए कार्यों से मर रहे हैं."

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