एक समय लोग हमारी सांस्कृतिक विविधता देखकर दंग रह जाते थे, अब फिनटेक विविधता को देखकर : PM Modi

    प्रधानमंत्री ने कहा, अब भारत आने वाले लोग एयरपोर्ट पर उतरने से लेकर स्ट्रीट फूड और शॉपिंग का अनुभव करने तक, भारत की फिनटेक क्रांति से दंग रह जाते हैं.

    एक समय लोग हमारी सांस्कृतिक विविधता देखकर दंग रह जाते थे, अब फिनटेक विविधता को देखकर : PM Modi
    मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में बोलते हुए पीएम मोदी | Photo- @BJP4India के हैंडल से.

    मुंबई/नई दिल्ली : प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय था, जब लोग भारत आते थे तो हमारी cultural diversity देखकर दंग रह जाते थे. अब लोग भारत आते हैं तो हमारी FinTech diversity को देखकर भी हैरान होते हैं. उन्होंने ये बातें आज मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के आयोजन में कही.

    प्रधानमंत्री ने कहा, "एक समय था, जब लोग हमारी सांस्कृतिक विविधता को देखकर दंग हो जाते थे. अब, लोग भारत आते हैं, और हमारी फिनटेक विविधता को देखकर भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं! एयरपोर्ट पर उतरने से लेकर स्ट्रीट फूड और शॉपिंग का अनुभव करने तक, भारत की फिनटेक क्रांति हर जगह दिखाई देती है."

    पीएम मोदी ने कहा, "ये भारत में त्यौहारों का मौसम है. अभी-अभी हमने जन्माष्टमी मनाई है और खुशी देखिए हमारी economy और हमारे market में भी उत्सव का माहौल है. इस festive mood में ये Global FinTech Fest हो रहा है, और वो भी सपनों की नगरी मुंबई में."

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    पिछले 10 साल में फिनटेक स्पेस में 31 बिलियन डॉलर का निवेश : मोदी

    फिनटेक क्षेत्र में निवेश की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले 10 साल में फिनटेक स्पेस में 31 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश हुआ है. 10 साल में हमारे FinTech startups में 500% वृद्धि हुई है. सस्ते मोबाइल फोन, सस्ते डेटा और जीरो बैलेंस जन धन बैंक खातों ने भारत में कमाल कर दिया है. एक दशक में ही भारत में ब्रॉडबैंड यूजर 6 करोड़ से बढ़कर करीब 94 करोड़ हो गए हैं."

    "आज 18 वर्ष से ऊपर का शायद ही कोई भारतीय हो, जिसके पास उसकी Digital Identity यानी आधार कार्ड न हो. आज 53 करोड़ से अधिक लोगों के पास जन धन बैंक खाते हो गए हैं. यानी 10 साल में हमने एक प्रकार से पूरी यूरोपियन यूनियन के बराबर आबादी को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा है. जन धन, आधार और मोबाइल की इस ट्रिनिटी ने एक और ट्रांसफॉर्मेशन को गति दी है."

    "कभी लोग कहते थे कि Cash is King, आज दुनिया का करीब-करीब आधा real time digital transaction भारत में होता है. पूरी दुनिया में भारत का UPI फिनटेक का बहुत बड़ा उदाहरण बन गया है."

    प्रधानमंत्री ने कहा, "जब ज्ञान की देवी सरस्वती मां ज्ञान प्रदान कर रही थीं, तो कुछ स्वयंभू विशेषज्ञ पहले से ही संदेह व्यक्त कर रहे थे! वे सवाल करते थे कि फिनटेक क्रांति कैसे हो सकती है... वे मुझ जैसे किसी चायवाले से भी पूछ रहे थे! फिर भी, सिर्फ़ एक दशक में, भारत ने एक उल्लेखनीय परिवर्तन देखी है."

    जन धन योजना महिला सशक्तीकरण का बड़ा माध्यम बनी है : प्रधानमंत्री

    "अभी 2 दिन पहले ही जन धन योजना के 10 साल पूरे हुए हैं. जन धन योजना महिला सशक्तीकरण का बहुत बड़ा माध्यम बनी है. इस योजना में करीब 29 करोड़ से ज्यादा महिलाओं के बैंक खाते खुले हैं. इन खातों ने महिलाओं के लिए savings और investment के लिए नए अवसर बनाए हैं."

    "इन्हीं जन धन खातों की philosophy पर हमने micro finance की सबसे बड़ी योजना 'मुद्रा' लॉन्च की. इस योजना के अंतर्गत अब तक करीब 27 ट्रिलियन रुपये से अधिक का credit दिया जा चुका है. इस योजना के लाभार्थियों में लगभग 70% महिलाएं हैं."

    पीएम ने कहा- फिनटेक से तकनीक से पट रही है गांव और शहर की खाई

    "21वीं सदी की दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है. करेंसी से लेकर क्यूआर कोड तक की यात्रा में सदियां लग गईं, लेकिन अब हम हर दिन नए-नए इनोवेशन देख रहे हैं. आज, डिजिटल-ओनली बैंक और नियो-बैंकिंग जैसी अवधारणाएं उभर रही हैं. आज, जोखिम प्रबंधन, धोखाधड़ी का पता लगाना और ग्राहक अनुभव, हर चीज़ में बदलाव हो रहा है."

    "भारत में FinTech की वजह से जो Transformation आया है, वो सिर्फ Technology तक ही सीमित नहीं है. इसका Social Impact बहुत व्यापक है. इससे गांव और शहर की खाई को ब्रिज करने में मदद मिल रही है."

    "भारत की जनता ने, जिस Speed और Scale पर FinTech को Adopt किया है... उसका उदाहरण कहीं और नहीं मिलता. इसका एक बड़ा credit हमारे Digital Public Infrastructure-DPI को भी जाता है और हमारे FinTechs को भी जाता है."

    उन्होंने कहा, ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) इसका प्रमुख उदाहरण है, जो ऑनलाइन शॉपिंग को लोकतांत्रिक बनाता है, इसे समावेशी बनाता है, तथा छोटे उद्यमों के लिए विशाल अवसरों तक पहुंच के अंतर को पाटता है.

    "मुझे खुशी है कि भारत लगातार नए फिनटेक उत्पाद पेश कर रहा है. हमारा ध्यान ऐसे उत्पाद बनाने पर है जो स्थानीय हों, लेकिन वैश्विक अनुप्रयोगों और जरूरतों को पूरा करें."

    "मैं AI के दुरुपयोग से जुड़ी आपकी चिंताओं को भी समझता हूं. इसलिए भारत ने AI के ethical use के लिए Global Framework बनाने का भी आह्वान किया है."

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