विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश): आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को तिरुपति लड्डू प्रसादम के दूषित होने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
कल्याण ने कहा कि वह सनातन धर्म के लिए मरने को तैयार हैं और अगर इसके लिए उन्हें लड़ना पड़ा तो देश में उन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा.
जगन रेड्डी इस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह हैं
पवन कल्याण ने यहां कहा, "मुझे नहीं पता कि वाईवी सुब्बारेड्डी और करुणाकर रेड्डी ने ईसाई धर्म अपना लिया है या नहीं और मुझे इसकी चिंता नहीं है और आपके (जगन मोहन रेड्डी) शासन में एक बोर्ड की स्थापना की गई थी और आप इस प्रदूषण के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह हैं. हम रिपोर्ट मिलने के बाद ही ये सवाल उठा रहे हैं."
पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान वाईवी सुब्बारेड्डी और करुणाकर रेड्डी ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष का पद संभाला था.
मैं ईसाई धर्म या इस्लाम की आलोचना नहीं कर रहा हूं- कल्याण
उन्होंने कहा, "धर्मनिरपेक्षता दोतरफा है और इसे सभी दिशाओं से आना चाहिए. हिंदुओं द्वारा एक-दूसरे को गाली देना अस्वीकार्य है. मैं ईसाई धर्म या इस्लाम की आलोचना नहीं कर रहा हूं. अगर मस्जिद या चर्च में प्रदूषण होता है, तो क्या आप चुप रहेंगे और विरोध नहीं करेंगे?"
कल्याण ने फिल्म अभिनेता प्रकाश राज पर भी उनकी धर्मनिरपेक्षता पर सवाल उठाने के लिए निशाना साधा. उन्होंने कहा, "मैं हिंदू धर्म की पवित्रता और खाद्य पदार्थों में मिलावट जैसे मुद्दों पर बात कर रहा हूं. मुझे इन मुद्दों पर क्यों नहीं बोलना चाहिए? मैं आपका सम्मान करता हूं प्रकाश राज, और जब धर्मनिरपेक्षता की बात आती है, तो यह पारस्परिक होना चाहिए. मुझे समझ में नहीं आता कि आप मेरी आलोचना क्यों कर रहे हैं. क्या मुझे सनातन धर्म पर हो रहे हमलों के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए? प्रकाश को सबक सीखना चाहिए. फिल्म उद्योग और अन्य लोगों को इस मुद्दे को हल्के में नहीं लेना चाहिए. मैं सनातन धर्म के बारे में बहुत गंभीर हूं. कई आलोचकों ने अयप्पा और देवी सरस्वती को निशाना बनाया है. सनातन धर्म का बहुत महत्व है. प्रत्येक हिंदू को इस संबंध में जिम्मेदारी लेनी चाहिए. अगर अन्य धर्मों में भी इसी तरह के मुद्दे उठे, तो व्यापक आंदोलन होगा."
कल्याण कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान करने पहुंचे थे
कल्याण मंगलवार की सुबह विजयवाड़ा के कनक दुर्गा मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान करने पहुंचे थे. यह अनुष्ठान तिरुपति लड्डू प्रसादम की तैयारी में पशु वसा के कथित उपयोग के प्रायश्चित के लिए उनकी 11 दिवसीय 'प्रायश्चित दीक्षा' का हिस्सा था.
उन्होंने कहा, "आज प्रायश्चित दीक्षा का तीसरा दिन है. बचपन से ही मैंने सनातन धर्म का पालन किया है और मैं श्री राम का भक्त हूं तथा मुझे गर्व है कि मैं एक हिंदू हूं. विजयनगर राजवंश के दौरान अरबी उद्यमियों ने मस्जिद बनाने की अनुमति मांगी थी और हमने उनके बगल में एक मंदिर का निर्माण किया."
यह विवाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू द्वारा यह दावा किए जाने के कुछ दिनों बाद सामने आया है कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद, तिरुपति लड्डू को तैयार करने में पशु वसा सहित घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था.
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