असीम मुनीर को शेखी बघारना पड़ा भारी, अपनी ही किरकिरी करवा बैठे; ब्रह्मोस मिसाइल को बताया था अपना

    पाकिस्तान की वायुसेना एक बार फिर गलत प्रचार के चलते सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना कर रही है. इस बार DGPR PAF (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ पब्लिक रिलेशंस पाकिस्तान एयरफोर्स) की ओर से जारी एक वीडियो में पाकिस्तान की सैन्य ताकत को दिखाने की कोशिश की गई

    Pakistani New Propaganda over brahmos missile their inventory
    Image Source: Social Media

    पाकिस्तान की वायुसेना एक बार फिर गलत प्रचार के चलते सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना कर रही है. इस बार DGPR PAF (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ पब्लिक रिलेशंस पाकिस्तान एयरफोर्स) की ओर से जारी एक वीडियो में पाकिस्तान की सैन्य ताकत को दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को भी शामिल कर लिया गया  और उसे पाकिस्तानी हथियार बताया गया.

    भारत की मिसाइल को बताया ‘अपनी ताकत’

    29 अप्रैल को जारी इस वीडियो में पाकिस्तान एयरफोर्स की क्षमता और संप्रभुता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाने का दावा किया गया. लेकिन जैसे ही रक्षा विशेषज्ञों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं की नजर इस वीडियो पर गई, उन्होंने पाया कि इसमें ब्रह्मोस मिसाइल का फुटेज इस्तेमाल किया गया है. जिसे भारत ने रूस की मदद से विकसित किया है. इससे न केवल पाकिस्तानी वायुसेना की तकनीकी जानकारी पर सवाल उठने लगे, बल्कि उसकी गंभीरता और विश्वसनीयता भी कटघरे में आ गई.

    वीडियो में शामिल हैं अन्य 'चोरी किए गए' दृश्य

    • मामला यहीं नहीं रुका. इस प्रचार वीडियो में और भी विदेशी फुटेज को पाकिस्तान की सैन्य ताकत के रूप में पेश किया गया, जिनमें शामिल हैं:
    • स्पेसX का लॉन्च
    • कॉल ऑफ ड्यूटी वीडियो गेम के ग्राफिक्स
    • तुर्की का अकिंसी ड्रोन
    • रूस का S-300/S-400 एयर डिफेंस सिस्टम
    • इन सभी को पाकिस्तानी संपत्ति बताकर पेश करना DGPR PAF की ओर से एक जानबूझकर किया गया प्रचार प्रतीत होता है, जिसकी काफी आलोचना हो रही है.

    पहले भी कर चुका है ऐसे झूठे दावे

    यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की वायुसेना या सेना ने इस तरह के फर्जी प्रचार का सहारा लिया हो. 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत के दो लड़ाकू विमान गिरा दिए हैं. उस समय भी फर्जी तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे, जिनका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था.

    रक्षा विशेषज्ञों और जनता की तीखी प्रतिक्रिया

    ब्रह्मोस मिसाइल को पाकिस्तानी हथियार बताना जहां हास्यास्पद है, वहीं यह एक गंभीर भ्रामक प्रयास भी है जो जनता को गुमराह करने की नीयत से किया गया प्रतीत होता है. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के दावे न केवल तकनीकी रूप से गलत हैं बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि को भी नुकसान पहुंचाते हैं.