पाकिस्तान की वायुसेना एक बार फिर गलत प्रचार के चलते सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना कर रही है. इस बार DGPR PAF (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ पब्लिक रिलेशंस पाकिस्तान एयरफोर्स) की ओर से जारी एक वीडियो में पाकिस्तान की सैन्य ताकत को दिखाने की कोशिश की गई, लेकिन इसमें भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को भी शामिल कर लिया गया और उसे पाकिस्तानी हथियार बताया गया.
भारत की मिसाइल को बताया ‘अपनी ताकत’
29 अप्रैल को जारी इस वीडियो में पाकिस्तान एयरफोर्स की क्षमता और संप्रभुता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाने का दावा किया गया. लेकिन जैसे ही रक्षा विशेषज्ञों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं की नजर इस वीडियो पर गई, उन्होंने पाया कि इसमें ब्रह्मोस मिसाइल का फुटेज इस्तेमाल किया गया है. जिसे भारत ने रूस की मदद से विकसित किया है. इससे न केवल पाकिस्तानी वायुसेना की तकनीकी जानकारी पर सवाल उठने लगे, बल्कि उसकी गंभीरता और विश्वसनीयता भी कटघरे में आ गई.
वीडियो में शामिल हैं अन्य 'चोरी किए गए' दृश्य
पहले भी कर चुका है ऐसे झूठे दावे
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की वायुसेना या सेना ने इस तरह के फर्जी प्रचार का सहारा लिया हो. 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत के दो लड़ाकू विमान गिरा दिए हैं. उस समय भी फर्जी तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे, जिनका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था.
रक्षा विशेषज्ञों और जनता की तीखी प्रतिक्रिया
ब्रह्मोस मिसाइल को पाकिस्तानी हथियार बताना जहां हास्यास्पद है, वहीं यह एक गंभीर भ्रामक प्रयास भी है जो जनता को गुमराह करने की नीयत से किया गया प्रतीत होता है. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के दावे न केवल तकनीकी रूप से गलत हैं बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि को भी नुकसान पहुंचाते हैं.