'आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले प्रयास का कड़ा विरोध करेंगे', जयशंकर ने की अमेरिका समेत इन देशों से बात

    पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों के जवाब में भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य और कूटनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया है. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और अन्य सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया.

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    Image Source: ANI

    पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों के जवाब में भारत ने एक बार फिर अपनी सैन्य और कूटनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया है. जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और अन्य सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया. वहीं भारतीय वायुसेना ने करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के एक एफ-16 फाइटर जेट और दो जेएफ-17 विमानों को मार गिराया.

    ड्रोन हमले हुए फेल, भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली सतर्क

    राजस्थान के जैसलमेर और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन हमलों को भारतीय सेना की सतर्कता और तकनीकी दक्षता ने विफल कर दिया. भारत की एयर डिफेंस ने समय रहते इन हमलों को रोक लिया, जिससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ. भारतीय रक्षा तंत्र की यह सतर्कता इस बात का संकेत है कि देश किसी भी हमले से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

    जयशंकर की अंतरराष्ट्रीय वार्ताएं – भारत की नीति स्पष्ट

    तनावपूर्ण माहौल के बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका, इटली और यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों से बात कर भारत की स्थिति स्पष्ट कर दी है. उन्होंने साफ संदेश दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरतेगा.

    अमेरिका के विदेश मंत्री और एनएसए मार्को रुबियो से हुई बातचीत

    जयशंकर ने एक्स (X) पर लिखा, “आज शाम अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मार्को रुबियो से बात हुई. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ अमेरिका की प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं. भारत की लक्षित और संतुलित प्रतिक्रिया को साझा किया, और यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले किसी भी प्रयास का हम कड़ा विरोध करेंगे.”

    इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी से संवाद

    जयशंकर ने बताया कि इटली के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से भी चर्चा हुई. “हमारी बातचीत में भारत की संतुलित प्रतिक्रिया की सराहना की गई और यह दोहराया गया कि किसी भी प्रकार के उकसावे पर कड़ा और स्पष्ट जवाब मिलेगा.”

    यूरोपीय संघ की उपाध्यक्ष काजा काल्लास से भी बातचीत

    जयशंकर ने कहा, “यूरोपीय यूनियन की उपाध्यक्ष के साथ मौजूदा घटनाक्रमों पर चर्चा हुई. भारत संयमित रहते हुए अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, लेकिन किसी भी प्रकार के आक्रामक कदम का सख्त जवाब देगा.”

    संदेश स्पष्ट – भारत अब चुप नहीं बैठेगा

    एस. जयशंकर की बातचीत और भारत की जवाबी कार्रवाई इस बात का संकेत है कि अब भारत आतंकवाद और सीमा पार हमलों पर चुप बैठने वाला नहीं है. सैन्य मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब और कूटनीतिक स्तर पर स्पष्टता – दोनों ही पहलुओं से भारत ने यह जता दिया है कि उसकी सुरक्षा सर्वोपरि है.
     

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