हमारी पार्टी का रुख सकारात्मक है, 'One Nation, One Election' प्रस्ताव का BSP प्रमुख मायावती ने किया समर्थन

    केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति द्वारा रखी गई सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद बुधवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' प्रणाली का समर्थन किया.

    Our partys stance is positive One Nation One Election proposal supported by BSP chief Mayawati
    हमारी पार्टी का रुख सकारात्मक है, 'One Nation, One Election' प्रस्ताव का BSP प्रमुख मायावती ने किया समर्थन/Photo- ANI

    लखनऊ: केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति द्वारा रखी गई सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद बुधवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' प्रणाली का समर्थन किया.

    एक्स पर एक पोस्ट में मायावती ने कहा, "देश में एक देश, एक चुनाव की व्यवस्था के तहत लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने के प्रस्ताव को केंद्रीय कैबिनेट द्वारा आज दी गई मंजूरी पर हमारी पार्टी का रुख 'सकारात्मक है, लेकिन इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एवं जनहित में होना चाहिए."

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की

    हाल ही में, भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द की अध्यक्षता में एक साथ चुनाव पर उच्च-स्तरीय समिति ने भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की है. रिपोर्ट में राजनीतिक और आर्थिक दोनों लाभों का हवाला देते हुए सरकार के तीनों स्तरों - केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों - में एक साथ चुनाव कराने के विभिन्न लाभों की रूपरेखा दी गई है.

    रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि बार-बार चुनाव अनिश्चितता पैदा करते हैं और नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करते हैं, जबकि एक साथ चुनाव कराने से राजनीतिक स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा, शासन में आसानी होगी और मतदाताओं की भागीदारी बढ़ेगी. उच्च विकास, निर्बाध शासन और सरकारी संसाधनों के कुशल उपयोग जैसे आर्थिक लाभों पर भी प्रकाश डाला गया. एक साथ चुनाव कराने से रुक-रुक कर चुनाव कराने की बार-बार होने वाली लागत से बचकर सरकारी खजाने पर वित्तीय बोझ काफी कम हो जाएगा.

    राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है. कैबिनेट ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को मंजूरी दे दी."

    पहले चरण में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव होंगे

    मंत्री ने कहा, "प्रस्ताव को दो चरणों में लागू किया जाएगा. पहले चरण में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव होंगे और दूसरे चरण में स्थानीय निकाय चुनाव (ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला पंचायत) और शहरी स्थानीय निकाय (नगर पालिका और नगर पालिका समितियां या नगर निगम) होंगे."

    वैष्णव ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के पैनल की सिफारिशों पर पूरे भारत में विभिन्न मंचों पर चर्चा की जाएगी. मंत्री ने कहा, "एक साथ चुनाव कराने पर कोविंद पैनल की सिफारिशों को आगे बढ़ाने के लिए कार्यान्वयन समूह का गठन किया जाएगा."

    वैष्णव ने आगे कहा कि राजनीतिक स्पेक्ट्रम में बड़ी संख्या में पार्टियों ने वास्तव में एक राष्ट्र, एक चुनाव पहल का समर्थन किया है.

    यह एक ऐसा विषय है जो हमारे देश को मजबूत करेगा

    अश्विनी वैष्णव ने कहा, "जब वे उच्च-स्तरीय बैठकों में बातचीत करते हैं, तो वे अपना इनपुट बहुत ही संक्षिप्त तरीके से और बहुत स्पष्टता के साथ देते हैं. हमारी सरकार उन विषयों पर आम सहमति बनाने में विश्वास करती है जो लंबे समय में लोकतंत्र और राष्ट्र को प्रभावित करते हैं. यह एक विषय है , एक ऐसा विषय जो हमारे देश को मजबूत करेगा."

    पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के नेतृत्व में 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' पर कोविन्द के नेतृत्व वाली उच्च-स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बार-बार चुनाव अनिश्चितता का माहौल बनाते हैं और नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करते हैं, उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से नीति निर्माण में निश्चितता बढ़ेगी.

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