'आपकी मांग जायज है, आपकी बेटी आपके साथ खड़ी है', किसानों के सपोर्ट में शंभू बॉर्डर पहुंचीं विनेश फोगाट

    विनेश ने कहा- आज आपके आंदोलन के 200 दिन पूरे हो गए हैं. आप यहां अपने हकों के लिए हैं, अपने इंसाफ के लिए आए हैं. परमात्मा आपको हौंसला दे.

    'आपकी मांग जायज है, आपकी बेटी आपके साथ खड़ी है', किसानों के सपोर्ट में शंभू बॉर्डर पहुंचीं विनेश फोगाट
    शंभू बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में बोलती हुईं ओलंपियन महिला पहलवान विनेश फोगाट | Photo- ANI के वीडियो से ग्रैब्ड.

    नई दिल्ली : भारत की ओलंपियन महिला पहलवान विनेश फोगाट ने शनिवार को किसानों का समर्थन करने शंभू बॉर्डर पहुंचीं जहां किसान अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं. आज किसानों का आंदोलन 200 दिन पूरा हो गया है. उन्होंने किसानों से कहा- आपकी बेटी आपके साथ है. मैं आपके हक और न्याय के  लिए परमात्मा से प्रार्थना करती हूं.

    विनेश फोगाट ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक 2024 में एक दिन में लगातार 3 दिग्गज पहलवानों को हराकर सनसनी पैदा कर दी थी और उन्होंने फाइनल में जगह बनाई थी. लेकिन उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण उन्हें गोल्ड मेडल के लिए कुश्ती लड़ने से अयोग्य ठहरा दिया गया था. यह मामला खेल ट्रिब्यनल तक पहुंचा था लेकिन उनकी सिल्वर मेडल दने की मांग खारिज हो गई थी.

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    किसानों के आंदोलन के 200 दिन पूरे, विनेश फोगाट मिलने पहुंचीं

    किसनों को अपना समर्थन देने पहुंची महिला ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट ने कहा, "आज आपके आंदोलन के 200 दिन पूरे हो गए हैं. आप यहां अपने हकों के लिए हैं, अपने इंसाफ के लिए आए हैं. अपना हक लेकर ही जाना है, हौंसला नहीं छोड़ना है. आपकी बेटी आपके साथ खड़ी है." 

    "मैं सरकार से भी गुजारिश करती हूं. अगर हम कोई आवाज उठाते हैं  तो हर बार यह राजनीतिक नहीं होती है. इसे हर बार अलग जाति, अलग धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. आपको हमारे परिवार की बात सुननी चाहिए. उनको कम से कम बैठ कर बोलने का हक तो मिलना ही चाहिए. ये (किसान) जो मांग उठा रहे हैं, नाजायज मांग नहीं है." 

    मेरे पास जमीन नहीं, मैं जानती हूं हमारे मां-बाप ने केसै पाला : विनेश

    "क्योंकि मुझे पता है, मैं ऐसे परिवार से आती हूं कि जमीन भी इतनी नहीं है. मुझे पता है कि मेरी मां ने हमें कैसे पाला-पोसा है. आप सबसे और सरकार से भी ये गुजारिश करती हूं कि आपकी बातें सुने, आपका हक मिले. परमात्मा से दुआ करूंगी कि वो आपको हिम्मत बख्शे और आपको हौंसला देता रहे गलत के खिलाफ आवाजा उठाने की. अपने हक के लिए आवाज उठाने की."

    गौरतलब है कि किसान भारत सरकार के एमएसपी को कानूनी गारंटी देने समेत मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. हिरयाणा में 1 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में ये बड़ा मुद्दा हो सकता है. 

    उन्होंने कहा, "200 दिन हो गए हैं जब से वे यहां बैठे हैं. यह देखकर दुख होता है. वे सभी इस देश के नागरिक हैं. किसान देश को चलाते हैं. उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, एथलीट भी नहीं - अगर वे हमें खाना नहीं खिलाएंगे, तो हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे. कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं, हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते हैं, भले ही हम उन्हें दुखी देखते हों. मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें सुनना चाहिए. उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए. अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा..."

    मुझे राजनीति से कोई लेना-देना नहीं, मैं पूरे देश की हूं : फोगाट

    फोगाट ने राजनीति में उतरने की अटकलों को नजरंदाज करते हुए खुद को एथलीट बताते हुए कहा कि वह पूरे देश की हैं और उनका आने वाले विधानसभा चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, "मैं एथलीट हूं, मैं पूरे देश की हूं. मुझे इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि किस राज्य में चुनाव होने वाले हैं. मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि मेरा देश परेशान है, किसान परेशान हैं. उनके मुद्दों का समाधान होना चाहिए और इसे हल करना सरकार की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए."

    जब पत्रकारों ने पूछा कि अगर कांग्रेस उन्हें टिकट देती है तो क्या वह हरियाणा चुनाव लड़ेंगी, तो पहलवान विनेश फोगट ने कहा, "मैं इस पर नहीं बोलूंगी, मैं राजनीति के बारे में बात नहीं करूंगी. मैं अपने परिवार के पास आई हूं. अगर आप इस बारे में बात करेंगे, तो आप उनके संघर्ष और लड़ाई को बर्बाद कर देंगे. आज फोकस मुझ पर नहीं, किसानों पर होना चाहिए, मैं यह अनुरोध करती हूं."

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