कौन कहता था कारी छिपा है चुपचाप? अब पहुंचा जहन्नुम के दरवाजे के पास... पाकिस्तान में NIA का मोस्टवांटेड ढेर

    भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ अपनी मुहिम को एक और निर्णायक मोड़ देते हुए मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर बड़ी हवाई कार्रवाई को अंजाम दिया.

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    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    भारतीय सेना ने आतंक के खिलाफ अपनी मुहिम को एक और निर्णायक मोड़ देते हुए मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर बड़ी हवाई कार्रवाई को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने करीब डेढ़ घंटे तक लगातार मिसाइलों से हमला कर 9 अलग-अलग इलाकों में 21 ठिकानों को तबाह किया.

    कारी मोहम्मद इकबाल मारा गया

    इस सटीक और योजनाबद्ध हमले में जैश-ए-मोहम्मद के कुख्यात आतंकी और एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल कारी मोहम्मद इकबाल मारा गया. कारी मोहम्मद, जो लंबे समय से युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंक की राह पर धकेल रहा था, कोटली के पास स्थित एक आतंकी कैंप में छिपा हुआ था. यह कैंप एलओसी से महज 15 किलोमीटर की दूरी पर, राजौरी के सामने लश्कर के एक प्रमुख बमवर्षक अड्डे के तौर पर सक्रिय था, जहां करीब 50 आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी पहले से थी.

    बहावलपुर स्थित मुख्य अड्डे को भी निशाना बनाया गया

    सेना की यह जवाबी कार्रवाई हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद की गई. बताया जा रहा है कि उस हमले की साजिश में कारी मोहम्मद का सीधा हाथ था.

    ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्य अड्डे को भी निशाना बनाया गया, जो इस आतंकी संगठन का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है. सेना की इस कार्रवाई को भारत-पाकिस्तान के बीच दशकों से चले आ रहे सैन्य तनाव की एक और कड़ी के रूप में देखा जा रहा है. 1947 के युद्ध से लेकर 2019 की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक तक भारत ने हर बार यह स्पष्ट किया है कि आतंक के खिलाफ उसकी नीति ‘जीरो टॉलरेंस’ की है.

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