नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के प्रचार के दौरान हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा गूंज रहा है. कोई मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कर रहा है, तो कोई उन्हें घुसपैठिया तक बता रहा है. बीजेपी जहां मुस्लिमों से दूरी बरतती नजर आती है. वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी खुद को मुस्लिमों की रहनुमा बताने में पीछे नहीं रहती हैं. मगर, हकीकत इन सबसे कोसों दूर हैं. मुस्लिमों को लेकर कोई भी पार्टी बहुत फिक्रमंद नहीं है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संसद से लेकर विधानसभाओं तक करीब 20 करोड़ की आबादी वाले मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व बेहद कम है. सबसे पहले आपको दिखाते हैं किस पार्टी ने कितने मुस्लिम उम्मीदवार उतारे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के शुरुआती 5 चरणों के लिए वोटिंग समाप्त हो गई है. अब तक 428 संसदीय सीटों पर मतदान पूरा हो गया है. पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने भी अपना अभियान तेज कर दिया है. इसी सिलसिले में पीएम मोदी ने वाराणसी में एक चुनाव जनसभा को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''देश के इतिहास में पहली बार माताएं, बहनें, महिलाएं नीति निर्माण के केंद्र में आई हैं. भारत की सफलता की कहानी में यह एक महत्वपूर्ण कारक है. आप ही बताइए, जब आपके बिना घर नहीं चल सकता तो देश कैसे चलेगा. क्या आपके बिना देश चल सकता है? 60 साल तक कांग्रेस और सपा सरकार ने महिलाओं को सिर्फ उपेक्षा और असुरक्षा दी. कांग्रेस और सपा सरकारों ने महिलाओं के साथ क्या किया. उन्होंने केवल उनकी उपेक्षा की. INDI गठबंधन की मानसिकता महिला विरोधी है. INDI गठबंधन महिला आरक्षण का विरोध करता है."
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