अपने ही देश के आर्मी चीफ को क्यों फांसी की सजा दिलवाना चाहते हैं यूनुस? एक्सपर्ट्स ने किया बड़ा दावा

    ढाका: बांग्लादेश में पिछले साल जो राजनीतिक बदलाव हुआ था, उसके बाद सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां सबसे ताकतवर शख्स बनकर उभरे थे. उन्हीं के इशारे पर शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा और मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी दी गई.

    अपने ही देश के आर्मी चीफ को क्यों फांसी की सजा दिलवाना चाहते हैं यूनुस? एक्सपर्ट्स ने किया बड़ा दावा
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    ढाका: बांग्लादेश में पिछले साल जो राजनीतिक बदलाव हुआ था, उसके बाद सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमां सबसे ताकतवर शख्स बनकर उभरे थे. उन्हीं के इशारे पर शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा और मोहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार की जिम्मेदारी दी गई. लेकिन अब हालात बिल्कुल बदल चुके हैं. यूनुस और सेना प्रमुख जमां के बीच तकरार इतनी बढ़ गई है कि यूनुस अब जमां को हटाने की साजिश रच रहे हैं. यहां तक कि उनकी गिरफ्तारी और फांसी की बात भी सामने आ रही है.

    यूनुस और जमां के बीच बढ़ा टकराव

    बांग्लादेशी पत्रकार सलाउद्दीन शोएब चौधरी ने इंडिया डेली लाइव पर बात करते हुए बड़ा खुलासा किया. उन्होंने कहा कि यूनुस अब पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो सेना प्रमुख जमां को बिल्कुल भी पसंद नहीं है. चौधरी के अनुसार यूनुस ने लालमोनिरहाट में चीन को एयरबेस बनाने के लिए बुलाया, और इससे पहले वे ढाका की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री पाकिस्तान को सौंपना चाहते थे, जिसे सेना प्रमुख जमां ने रोक दिया था.


    आर्मी चीफ को कमजोर करने की कोशिश?

    चौधरी ने आरोप लगाया कि यूनुस जमां के करीबी अधिकारियों को टारगेट कर रहे हैं. कई वरिष्ठ अफसरों को घर में नजरबंद कर दिया गया है. मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा यूनुस ने खलीलुर्रहमान को नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर बना दिया है, जो कि जमां के खिलाफ साजिश का हिस्सा माना जा रहा है. चौधरी का कहना है कि यूनुस जल्द ही आर्मी चीफ को हटाकर उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं, और बाद में मुकदमा चलाकर फांसी तक दिलाने की योजना बना रहे हैं.

    'यूनुस, बांग्लादेशी नहीं, पाकिस्तान के आदमी हैं'

    चौधरी ने कहा कि यूनुस खुद को बांग्लादेशी कहते हैं लेकिन असल में वो पाकिस्तानी सोच रखते हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी लोग पाकिस्तान को कभी पसंद नहीं करते, क्योंकि 1971 की जंग की कड़वी यादें आज भी जिंदा हैं. यूनुस पाकिस्तान और अमेरिका की मदद से सत्ता में आए हैं और अब बाहरी ताकतों के इशारे पर देश को कमजोर कर रहे हैं.

    'शेख हसीना की वापसी से यूनुस डरे हुए हैं'

    चौधरी ने कहा कि भले ही शेख हसीना की पार्टी फिलहाल शांत है, लेकिन यूनुस को डर है कि अगर हसीना वापस लौटीं, तो जनता उनका समर्थन करेगी और वे फिर सत्ता में आ सकती हैं. उन्होंने यह भी जोड़ा कि शेख हसीना ने हमेशा भारत से अच्छे रिश्ते बनाए, जिससे देश की तरक्की भी हुई. जबकि पाकिस्तान से हाथ मिलाने वाले नेता हमेशा देश को पीछे ही ले गए हैं. बांग्लादेश इस वक्त एक गंभीर सियासी संकट के दौर से गुजर रहा है. सरकार और सेना के बीच टकराव ने हालात और बिगाड़ दिए हैं. आने वाले दिनों में वहां की राजनीति में बड़े उलटफेर देखने को मिल सकते हैं. अगर चाहो, तो मैं इस खबर का छोटा वीडियो स्क्रिप्ट या सोशल मीडिया पोस्ट भी तैयार कर सकता हूं.