भोपाल: मध्य प्रदेश पुलिस के लिए एक अहम खबर सामने आई है. अब यदि कोई पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान वर्दी में रील बनाएगा, तो उसे सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं कि वर्दी में रील बनाने वाले पुलिसकर्मियों पर निगरानी रखी जाए और इसे सिविल सेवा आचरण संहिता का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की जाए.
वर्दी में रील बनाना अनुशासनहीनता मानी जाएगी
मध्य प्रदेश में वर्दी में रील बनाने की आदत अब बढ़ती जा रही थी, जिससे पुलिसकर्मियों के अनुशासन पर सवाल उठने लगे थे. अक्सर सोशल मीडिया पर लाइक, कमेंट्स और व्यूज के चक्कर में पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान रील बनाकर पोस्ट कर देते थे. इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए डीजीपी ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है.
अब यदि कोई पुलिसकर्मी वर्दी में रील बनाएगा, तो उसे कारण बताओ नोटिस, निंदा, सेवा पुस्तिका में एंट्री, विभागीय जांच, ट्रांसफर, निलंबन जैसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा. इसके अलावा, बर्खास्तगी तक की कार्रवाई भी की जा सकती है.
राज्यों में बढ़ी कार्रवाई, एमपी पुलिस भी सख्त
यह कदम अकेले मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है. उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में भी वर्दी में रील बनाने के मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है. अब मध्य प्रदेश पुलिस ने भी इस पर सख्त रुख अपनाया है और इस पर नकेल कसने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
आखिर क्यों जरूरी है यह कदम?
वर्दी में रील बनाना न केवल अनुशासनहीनता का प्रतीक है, बल्कि यह पुलिस विभाग की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठाता है. डीजीपी कैलाश मकवाना का यह कदम सुनिश्चित करेगा कि पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दें और सोशल मीडिया के प्रभाव से बचें.
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