Whatsapp Ads: एक लंबे इंतज़ार और तमाम अटकलों के बाद, Meta ने आखिरकार उस फ़ैसले पर मुहर लगा दी है जिसकी आशंका WhatsApp यूज़र्स को सालों से थी. कंपनी ने पुष्टि की है कि अब WhatsApp पर विज्ञापन (Ads) दिखाए जाएंगे. हालांकि, अच्छी खबर ये है कि ये Ads आपकी निजी चैट्स में नहीं, बल्कि Status टैब (अब 'Updates') में दिखेंगे. Meta ने 2014 में WhatsApp को करीब 19 अरब डॉलर में अधिग्रहित किया था. तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि इस फ्री सर्विस को मॉनेटाइज़ करने के लिए Meta कभी ना कभी Ads लाएगी. अब लगभग 11 साल बाद, कंपनी ने इसे ग्लोबल रोलआउट की ओर बढ़ाना शुरू कर दिया है.
Update टैब में क्या कुछ बदलेगा?
WhatsApp ने पिछले कुछ वर्षों में Status टैब को 'Updates' में बदल दिया है, और अब इसी सेक्शन में कुछ बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. पेड चैनल सब्सक्रिप्शन यूज़र्स कुछ खास चैनल्स को मंथली सब्सक्रिप्शन पर फॉलो कर सकेंगे. इसके बदले में उन्हें एक्सक्लूसिव कंटेंट और अपडेट्स मिलेंगे. अभी ये फीचर फ्री है, लेकिन जल्द ही यह पेड हो सकता है. क्रिएटर्स के लिए कमाई का मौका कंटेंट क्रिएटर्स अपने चैनल्स को प्रमोट कर सकेंगे और नए यूज़र्स तक पहुंच बना सकेंगे. इससे उन्हें आय का एक नया स्रोत मिलेगा. Ads की शुरुआत अब WhatsApp यूज़र्स को Update टैब में विज्ञापन दिखेंगे, खासकर Status ब्राउज़ करते समय. यूज़र इन Ads पर क्लिक कर सीधे संबंधित बिज़नेस से बातचीत शुरू कर सकेंगे.
क्या Ads से आपकी प्राइवेसी पर असर पड़ेगा?
Meta ने दावा किया है कि नए Ads फीचर्स को यूज़र प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है. आपकी चैट्स, कॉल्स, ग्रुप बातचीत आदि अब भी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड रहेंगी. Ads के लिए बेहद सीमित डेटा का उपयोग होगा, और इसे किसी यूज़र की निजी बातचीत से लिंक नहीं किया जाएगा. यदि आपका WhatsApp अकाउंट Meta के Account Center से जुड़ा है, तो आपकी ऐड प्रेफरेंस और कुछ डेटा Meta के दूसरे ऐप्स (जैसे Facebook और Instagram) से साझा किए जा सकते हैं. फोन नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी विज्ञापनदाताओं से साझा नहीं की जाएगी.
ये फीचर कब से होगा लागू?
हालांकि Meta ने इन Ads फीचर्स की कोई सटीक लॉन्च तारीख साझा नहीं की है, लेकिन कंपनी ने इतना ज़रूर कहा है कि इसे iOS और Android दोनों प्लेटफॉर्म्स पर आने वाले कुछ महीनों में ग्लोबली रोलआउट किया जाएगा.
यूज़र्स की प्रतिक्रिया कैसी होगी?
अब देखने वाली बात यह होगी कि WhatsApp जैसे एड-फ्री अनुभव के लिए पहचाने जाने वाले प्लेटफॉर्म पर Ads की मौजूदगी यूज़र्स को कितना प्रभावित करती है. Meta के इस कदम को एक ओर कंटेंट क्रिएटर्स और बिज़नेस के लिए अवसर माना जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ यूज़र्स इसे WhatsApp की मूल भावना से विचलन भी कह सकते हैं.
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