सैन्यकर्मियों से ऊपर है भारत के साथ हमारे रक्षा संबंध : मालदीव के विदेश मंत्री

    मालदीव ने अपने यहां तैनात भारतीय सैनिकों को 10 मई तक हटाने की सिफारिश की थी, अब इससे एक दिन पहले मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर भारतीय दौरे पर हैं. मीडिया द्वारा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा भारत और मालदीव के रक्षा संबंध सैन्य कर्मियों से ऊपर है.

    सैन्यकर्मियों से ऊपर है भारत के साथ हमारे रक्षा संबंध : मालदीव के विदेश मंत्री

    Maldives Foreign Minister

    नई दिल्ली:
    मालदीव (Maldive) के विदेश मंत्री (Foreign Minister) मूसा ज़मीर ने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ उनके देश के रक्षा संबंध सैन्य कर्मियों से परे हैं और दोनों देश हिंद महासागर को एक शांतिपूर्ण स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे. 8 मई को भारत पहुंचे मालदीव (Maldive) के मंत्री ने न्यूज एजेंसी ANI को एक इंटरव्यू में बताया कि उनके देश में जिन प्लेटफार्मों को भारतीय सैन्यकर्मी संभाल रहे थे, उन्हें नागरिक संभालेंगे.

    मीडिया से बात करते हुए विदेश मंत्री (Foreign Minister) मूसा जमीर ने कहा, "मुझे लगता है कि मालदीव-भारत रक्षा संबंध सैन्य कर्मियों से परे हैं और अब तक जिन प्लेटफार्मों को सैन्य कर्मियों द्वारा संभाला गया है, उन्हें नागरिकों द्वारा संभाला जाएगा. हमने मालदीव (Maldive) की सेना, भारतीय सेना और श्रीलंका के साथ एक संयुक्त अभ्यास किया है. मुझे लगता है कि बांग्लादेश एक सुपरवाइजर है और हम ये अभ्यास जारी रखेंगे.”

    हिंद महासागर की सुरक्षा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण 

    मंत्री से मालदीव (Maldive) से भारतीय सैन्य टुकड़ियों की वापसी की 10 मई की तारीख से एक दिन पहले होने वाली उनकी यात्रा के बारे में पूछा गया था. तो उन्होंने कहा, "हिंद महासागर की शांति और सुरक्षा मालदीव (Maldive) और भारत दोनों के लिए महत्वपूर्ण है. इसलिए हम हिंद महासागर को एक शांतिपूर्ण स्थान बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे."

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    दो हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान का कर रहे थे संचालन 

    बता दें भारतीय सैन्यकर्मी मालदीव में मानवीय और चिकित्सा निकासी सेवाएं प्रदान करने के लिए दो हेलीकॉप्टर और एक डोर्नियर विमान का संचालन कर रहे थे. उनकी जगह "सक्षम भारतीय तकनीकी कर्मियों" ने ले ली है. 3 मई को, भारत और मालदीव (Maldive) ने द्विपक्षीय उच्च-स्तरीय कोर समूह की चौथी बैठक की और 10 मई तक द्वीप राष्ट्र से भारतीय सैन्य कर्मियों के प्रतिस्थापन की समीक्षा की.

    भारत ने मालदीव को वित्तीय सहायता दी 

    मोहम्मद मुइज्जू के नेतृत्व वाली सरकार ने औपचारिक रूप से भारत से मालदीव (Maldive) से अपनी सेना वापस बुलाने का अनुरोध किया था. मालदीव के दौरे पर आए विदेश मंत्री (Foreign Minister) के साथ अपनी बैठक के दौरान अपनी टिप्पणी में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत मालदीव को विकास सहायता का एक प्रमुख प्रदाता रहा है.

    एस जयशंकर ने कहा था, "हमारी परियोजनाओं ने आपके देश के लोगों के जीवन को लाभान्वित किया है, जीवन की गुणवत्ता में सीधे योगदान दिया है. इनमें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और सामाजिक पहलों से लेकर चिकित्सा निकासी और स्वास्थ्य सुविधाओं तक शामिल हैं. हमने अतीत में अनुकूल शर्तों पर वित्तीय सहायता भी दी है. भारत मालदीव (Maldive) के लिए कई अवसरों पर प्रथम प्रत्युत्तरकर्ता रहा है, हमारे सहयोग ने साझा गतिविधियों, उपकरण प्रावधान, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण के माध्यम से आपके देश की सुरक्षा और भलाई को भी बढ़ाया है."

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