'मेक फॉर द वर्ल्ड' के लिए सबसे सही समय है 'मेक इन इंडिया', जर्मन बिजनेस 2024 में बोले पीएम मोदी

    प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जर्मन बिजनेस 2024 के 18वें एशिया-प्रशांत सम्मेलन में बोलते हुए, भारत और जर्मनी के बीच मजबूत होते संबंधों की सराहना की और हालिया सहयोग को उनकी गहरी होती दोस्ती का सबूत बताया.

    Make in India is the right time for Make for the World says PM Modi at German Business 2024
    'मेक फॉर द वर्ल्ड' के लिए सबसे सही समय है 'मेक इन इंडिया', जर्मन बिजनेस 2024 में बोले पीएम मोदी/Photo- ANI

    नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जर्मन बिजनेस 2024 के 18वें एशिया-प्रशांत सम्मेलन में बोलते हुए, भारत और जर्मनी के बीच मजबूत होते संबंधों की सराहना की और हालिया सहयोग को उनकी गहरी होती दोस्ती का सबूत बताया.

    पीएम मोदी ने कहा, "एक तरफ यहां सीईओ फोरम की बैठक हो रही है, दूसरी तरफ हमारी नौसेनाएं एक साथ अभ्यास कर रही हैं. जर्मन नौसैनिक जहाज़ गोवा में बंदरगाह पर हैं. और अब से कुछ ही देर में भारत और जर्मनी के बीच सातवीं अंतर-सरकारी परामर्श का भी आयोजन होना है."

    अगले 25 साल इस साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे

    उन्होंने कहा, "यानी भारत और जर्मनी के बीच दोस्ती हर कदम पर, हर मोर्चे पर गहरी हो रही है." पीएम मोदी ने कहा कि इस साल भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे हो रहे हैं और कहा कि अगले 25 साल इस साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.

    पीएम मोदी ने कहा, "यह साल भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी का 25वां साल है. अगले 25 साल इस साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. हमने आने वाले 25 सालों में विकसित भारत के लिए एक रोडमैप तैयार किया है."

    पीएम मोदी ने जर्मन द्वारा 'फोकस ऑन इंडिया' का स्वागत किया

    प्रधान मंत्री मोदी ने जर्मन कैबिनेट द्वारा 'फोकस ऑन इंडिया' दस्तावेज़ जारी करने का स्वागत किया, जो बताता है कि कैसे दो मजबूत लोकतंत्र और अग्रणी अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक भलाई के लिए सहयोग कर सकती हैं.

    उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि ऐसे महत्वपूर्ण समय में, जर्मन कैबिनेट ने फोकस ऑन इंडिया दस्तावेज़ जारी किया है. फोकस ऑन इंडिया दस्तावेज़ इस बात का खाका है कि कैसे दुनिया के दो मजबूत लोकतंत्र, दुनिया की दो अग्रणी अर्थव्यवस्थाएं मिलकर वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत बन सकती हैं. यह रणनीतिक साझेदारी को समग्र रूप से आगे ले जाने के दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से दर्शाता है. खासकर जर्मनी ने भारत की कुशल जनशक्ति पर जो भरोसा दिखाया है, वह अद्भुत है."

    वीजा की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 90 हजार करने का फैसला

    पीएम मोदी ने यह भी विश्वास जताया कि कुशल भारतीयों के लिए वीजा बढ़ाने के जर्मनी के फैसले से उसकी वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा, "जर्मनी ने हर साल कुशल भारतीयों को दिए जाने वाले वीजा की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 90 हजार करने का फैसला किया है. मुझे विश्वास है कि इससे जर्मनी के विकास को नई गति मिलेगी."

    पीएम मोदी ने कहा, "हमारा आपसी व्यापार 30 अरब डॉलर से अधिक के स्तर पर पहुंच गया है. आज जहां एक ओर सैकड़ों जर्मन कंपनियां भारत में हैं, वहीं भारतीय कंपनियां भी तेजी से जर्मनी में अपनी उपस्थिति बढ़ा रही हैं. आज भारत इसका सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. आज भारत विविधीकरण और डी-रिस्किंग का सबसे बड़ा केंद्र बन रहा है. भारत वैश्विक व्यापार और विनिर्माण का केंद्र भी बन रहा है. ऐसे में, आपके लिए मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड का यह सबसे उपयुक्त समय है."

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