Lok Sabha Election 2024:
लोकसभा चुनाव 2024 का महौल चारो और देखने को मिल रहा है. लेकिन इस समय उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी की सीट की काफी चर्चाएं सियासी गलियारों में की जा रही है. ऐसा इसलिए क्योंकी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी आखिर इन दो सीटों में से किस सीट पर नामंकन भरेंगे इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है. हालांकि आज इस पर फैसला सामने आने वाल है.
'केंद्रीय चुनाव समिति' की बैठक में लोकसभा चुनाव, 2024 के लिए श्री @RahulGandhi को उत्तर प्रदेश के रायबरेली से और श्री किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार घोषित किया गया है। pic.twitter.com/AyFIxI62XH
— Congress (@INCIndia) May 3, 2024
अमेठी या फिर रायबरेली किस सीट से लड़ेंगे राहुल गांधी?
मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रायबरेली से नमांकन भर सकते हैं. दरअसल शुक्रवार को नामंकन भरने का आखिरी दिन है. ऐसे में नामंकन दाखिल करने के लिए सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह रायबरेली से नामंकन आज दाखिल कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के वफादार केएल शर्मा अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, यह सीट राहुल गांधी 2019 के आम चुनाव में भाजपा नेता स्मृति ईरानी से हार गए थे. हालांकि अमेठी से प्रियंका गांधी भी चुनाव लड़ सकती है. इस फैसले पर से आज पर्दा उठ जाने वाला है.
सात चरण में होंगे चुनाव
सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को जिन सीटों पर मतदान होगा, उनके लिए नामांकन दाखिल करने की शुक्रवार आखिरी तारीख है. हालांकि अब तक कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली से अपने उम्मीदवारों की पसंद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिन्हें 2019 के चुनावों तक पार्टी का गढ़ माना जाता था. रायबरेली, निर्वाचन क्षेत्र सोनिया गांधी के पास था जो राज्यसभा की सदस्य बनीं. पार्टी ने 1951 के बाद से सभी तीन लोकसभा चुनावों को छोड़कर कांग्रेस के गढ़ में जीत हासिल की है.
पूर्व प्रधानमंत्री ने की थी रायबरेली से जीत हासिल
सोनिया गांधी से पहले, पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने तीन बार रायबरेली से जीत हासिल की थी. इस निर्वाचन क्षेत्र ने 1952 और 1957 में दो बार इंदिरा के पति और कांग्रेस नेता फ़िरोज़ गांधी को भी चुना. नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य ने इस सीट से केवल दो बार, 1962 और 1999 में चुनाव लड़ा है. दोनों निर्वाचन क्षेत्र गांधी-नेहरू परिवार के पारंपरिक गढ़ हैं, जिनके सदस्य दशकों से इन सीटों पर काबिज हैं. वहीं कांग्रेस, जो समाजवादी पार्टी (एसपी) के साथ सीट-बंटवारे के समझौते के तहत उत्तर प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ने अमेठी और रायबरेली को छोड़कर सभी सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है. अमेठी में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 3 मई है.
कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी अमेठी
कभी कांग्रेस का 'पॉकेट गढ़' मानी जाने वाली अमेठी में 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी के हाथों राहुल की हार को पार्टी की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के लिए एक महत्वपूर्ण आघात के रूप में देखा गया था. राहुल ने 2004 से 2019 तक लोकसभा में अमेठी का प्रतिनिधित्व किया. उनके पिता और पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी भी 1981 से 1991 में अपनी मृत्यु तक निचले सदन में अमेठी के निर्वाचित सदस्य थे. सोनिया गांधी ने 1999 में यहां से चुनाव लड़ा था। 2004 में राहुल को कमान सौंपी गई. राहुल वर्तमान में लोकसभा में वायनाड का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि ईरानी अमेठी से नए कार्यकाल के लिए बोली लगा रही हैं.
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