पीएम मोदी ने ध्वजारोहण कर लगातार 11वीं बार देश को किया संबोधित, पढ़ें पीएम के भाषण की खास बातें

    देश आज 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया.  इससे पहले पीएम मोदी ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.

    Independence Day 2024:  पीएम मोदी ने लाल किले पर फहराया तिरंगा, लगातार 11वीं बार कर रहे हैं देश को संबोधित
    Independence Day 2024: पीएम मोदी ने लाल किले पर फहराया तिरंगा- फोटोः @BJP

    Independence Day Celebration 2024 Live  देश आज 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया.  इससे पहले पीएम मोदी ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.  वहीं इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया.

    लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने देश को किया संबोधित

    लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि  मेरे प्यारे देशवासियों मेरे परिवारजन, आज वो शुभ घड़ी है जब हम देश के लिए मर मिटने वाले देश की आजादी के लिए जीवन समिर्पित करने वाले आजीवन संघर्ष करने वाले, फांसी पर चढ़कर भारत माता की जयकार लगाने वालों को नमन करने का पर्व है. आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है.

    आज ऐसे सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं

    PM मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज  जो महानुभाव राष्ट्ररक्षा के लिए राष्ट्रनिर्माण के लिए पूरी लगन के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं, फिर वो चाहे हमारा किसान हो, जवान हो या फिर नौजवानों का हौसला हो या हमारी माता-बहनों का योगदान हो, अभावों के बीच भी स्वतंत्रता के प्रति उसकी निष्ठा पूरे विश्व के लिए एक प्रेरक घटना है। मैं आज ऐसे सभी को आदरपूर्वक नमन करता हूं.

    आपदाओं पर पीएम मोदी ने जताई चिंता

    पीएम ने कहा कि इस साल और पिछले कुछ सालों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती जा रही है. इसमें अनेक लोगों ने अपने परिवारजन खोए हैं, अपनी संपत्ति खोई है.  राष्ट्र को भी नुकसान हुआ है मैं आज उन सब के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, उन्हें विश्वास दिलाता हूं ये देश संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है.

    आजादी का सपना हमारे पूर्वजों का था

    हम आजादी के पहले के वो दिन याद करें, सैकड़ों साल की गुलामी रही. उन्होंने कहा कि  सभी ने गुलामी के खिलाफ जंग लड़ी है. इतिहास गवाह है 1857 का स्वतंत्रता संग्राम से पहले आदिवासी क्षेत्रों में आजादी की जंग लड़ी जाती है. PM बोले कि   गुलामी एक लंबा काल था, जुल्मी शासक, अपरंपार यातनाएं, मानवीय विश्वास तोड़ने की तरकीबी, मगर उस वक्त 40 करोड़ देशवासियों ने जज्बा दिखाया, एक सपना लेकर चले, एक संकल्प लेकर चलते रहे. बस एक ही स्वर था वंदेमातरम। एक ही सपना था भारत की आजादी का.

    2047 तक के विकसित भारत के विजन पर बोले पीएम मोदी

    अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक विकसित भारत के विजन को लेकर कहा कि हमें इस बात पर गर्व है कि हमारी रंगो में उनका ही खून है. हमारे  सिर्फ 40 करोड़ ही पूर्वज थे. उन्होंने गुलामी को तोड़ा था. हमारे पूर्वजों का खून हमारी रगों में अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियाों को तोड़ सकते हैं तो 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, एक दिशा निर्धारित कर लें, कदम से कदम मिलाकर चल पड़ें तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्व भारत बना सकते हैं. पीएम ने कहा कि  हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं.  अगर 40 करोड़ लोग आजाद भारत बना सकते हैं, तो 140 करोड़ उसी भाव से समृद्ध भारत बना सकते हैं. एक समय था जब लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे. आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता.

    यह सिर्फ भाषण शब्द नहीं है

    विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है. पीएम ने कहा कि इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है. लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं.  मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं.  हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है,

    हर किसी ने दिए अनमोल सुझाव

    प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान सुझाव देने वाले लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि युवा, बुजुर्ग, शहरवासी दलित, आदिवासी हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा तो उसके लिए अनमोल सुझाव पेश किए हैं. पीएम ने बताया कि इसमें कुछ लोगों ने सुझाव देते हुए कहा कि स्किल कैपिटल बनाई जाए. किसी ने मैन्यूफैक्चरिंग का ग्लोबल हब का सुझाव दिया. कोई यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया. हमारा स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद बनना चाहिए. भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए.  हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है. हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए. बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन बनना चाहिए.  हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए. भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए.  ये हमारे देशवासियों के सुझाव है.

    अनुभव से निकले हैं सुझाव

    देशवासियों का विकसित भारत 2047 को लेकर भरोसा अनुभव से निकला है. पीएम ने कहा कि यह लंबे कालखंड के परिश्रम से ही आया है. जब देशवासियों की इतने बड़े सपने हो, उनकी बातों में संकल्प हो तो हमारे भीतर आत्मविश्वास एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है

    भरोसा बढ़ जाता है जब काम होता है

    उन्होंने कहा कि जब लालकिले से कहा जाता है हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और कार्य समय पर ही पूरा होता है. यह विश्वास और जनता के बीच भरोसा पैदा करता है. जब स्वच्छ भारत की बात की जाती है तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छ वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं यह भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है.

    कोरोना काल को कैसे भुलाया जा सकता है

    देश को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि हम कोरोना काल को कैसे भूल सकते हैं. हमने दुनिया के करोड़ं लोगों को वैक्सीन दी.  पीएम ने कहा कि एक समय ऐसा था जब आतंकवादी मारकर के भाग जाते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब देश की सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है, तो देशवासियों का सीना गर्व से चौड़ा होता है.

    नल से पहुंच रहा जल

    पीएम ने कहा कि आज 3 करोड़ परिवारो के घर में नल से जल जब पहुंत रहा है, तो विश्वास बढ़ता है. कौन वंचित थे, इससे दलित, शोषित और गरीब भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमने अनेक ऐसे प्रयास किए हैं, ताकि निचले तबके को सुविधा मिले.

    निश्चित ही परिणाम मिलता है

    जब राजनीतिक नेतृत्व की संकल्प शक्ति हो, दृढ विश्वास हो और देश का नागरिक आगे आता है तो हमें निश्चित परिणाम मिलता है. उन्होंने कहा कि हम आजादी के बाद दशकों तब ऐसे रहे, होती है चलती है, हमें क्या करना है, मौका मिला है मौज कर लो, नया करने जाओगे बवाल हो जाएगा. यही माहौल था.  लोग कहते थे छोड़ो क्या करना है, हमें इस मानसिकता को तोड़ना है. कई लोग कहते थे अगली पीढ़ी के लिए काम क्यों करना. अब इसे बदला है. वो रिफॉर्म का इंतजार करता रहा था, हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे

    गरीब, वंचितों, युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया

    हमने गरीबों को वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया. हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है. मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है.  हमने राजनतिक मजबूरी के कारण ये नहीं किया.  ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया. ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं.

    बैंकिंग क्षेत्र पर क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र का पहले क्या हाल था, न विश्वास बढ़ता था. बैंक संकटों से गुजरे थे. लेकिन हमने रिफॉर्म किया तो दुनिया की मजबूत बैंको में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया है. बैंकिंग सेक्टर मजबूत हो तो विकास भी होता है, हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए लोन चाहिए.  किसानों को लोन चाहिए, रेहड़ी पटरी वाले भी लोन ले रहे और विकास में भागीदार बन रहे हैं.

    गर्वनेंस के मॉडल में हमने लाया बदलाव

    मोदी ने कहा कि हमारे देश को जब आजादी मिली थी तब देश में लोगों को एक माई-बाप का कल्चर से गुजरना पड़ा था. लेकिन आज हमने गर्वनेंस के इस मॉडल को बदला है. आज सरकार कुद लाभार्थी के घर गैस का चूल्हा, बिजली और पानी को पहुंचाती है.

    देश के सिस्टम पर युवा आज करता है भरोसा

    प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं. लगातार देश को आगे ले जाने के लिए नई पॉलिसी पर कार्य हो रहा है. इससे देश का भरोसा सिस्टम के प्रति बढ़ता है. मोदी बोले की आज का युवा नौजवान इस बदलाव को देख रहा है. पिछले 10 सालों में उनके सपनों को धार मिली है. आज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है.  आज दुनिया में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं, जो आजादी के इतने सालों बाद नहीं आए थे आज उनके दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं.

    इंक्रीमेंटल प्रगति में युवाओं को नहीं विश्वास

    मेरे देश का नौजवान इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास नहीं रखता. वह छलांग मार रहा है.  ये गोल्डन एरा है, इसे जाने नहीं देना चाहिए.  इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे.

    टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरुरचत है

    मोदी ने कहा कि हमें हर सेक्टर में नयापन लाने की जरुरत है. टेक्वनोलॉजी से जुड़ने की जरुरत है. यह सब सिर्फ नई नीतियों के कारण ही संभव हो पा रहा है. हम पूरे सामर्थ्य के साथ चल पड़े, खिल उठे, सपनों को पाकर रहे, सिद्धि को निकट देखें इसे आत्मसात करें इस दिशा में चलना है.  मैं जमीनी स्तर की बात कर रहा हूं, हमारी 10 करोड़ बहनें विमेंस सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं.  महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। वो परिवार के निर्णय की भागीदार बन रही हैं.  हमारे CEO दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं, तो दूसरी ओर एक करोड़ बहनें लखपति दीदी बनती हैं.

    परिणाम मिलता है लेकिन.... नीति नीयत सही

    उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष सेक्टर में भी हमने रिफॉर्म किए हैं. उसके बंधनों को खोल दिया है. सैकड़ों स्टार्टअप इसमें आ रहे हैं. हम इसको दूर की सोच के साथ मजबूती दे रहे हैं. आज प्राइवेट सैटेलाइट राकेट लॉन्च हो रहे हैं.  जब नीति और नियत सही होती है तो परिणाम मिलता है।आज देश में नए अवसर बने. तब मैं कह सकता हूं कि दो चीजें और हुई, जिसने विकास को गति दी है.  पहला- इंफ्रास्टक्चर को आधुनिक बनाना, दूसरा- ईज ऑफ लिविंग का सपना, जिसमें बल दिया.

    मोदी बोले- हमने सर्वांगीण विकास किया

    पिछले दशक में रेल, रोड, गवर्नमेंट कनेक्टिविटी, गांव में स्कूल, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, आयुष्मान, ऑप्टिकल फाइबर, नहरों का जल, पक्के घर बनना, हमारा पूर्वी भारत इंफ्रास्टक्चर के लिए जाना जाने लगा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ उन्हें मिला, जिन्हें कोई नहीं देखता था. दूर सूदुर पहाड़ों, आदिवासियों की जरूरत को पूरा किया है. हमने सर्वांगीण विकास किया है.

    मोदी बोले- हम सबका साथ सबका विकास का मंत्र साकार कर रहे 

    मध्यवर्गीय परिवार को क्वॉलिटी ऑफ लाइफ को हमने साकार किया है। उसकी लाइफ में सरकार की दखल कम हो, इसकी व्यवस्था की जा रही है। हम छोटी जरूरतों पर भी ध्यान देते हैं। गरीब की मां को आंसू पीकर सोना न पड़ें, इसके लिए बिजली, पानी, गैस और इलाज मुहैया करा रहे हैं। हम सबका साथ सबका विकास का मंत्र साकार कर रहे हैं।

    छोटी गलती नहीं जाना होगा जेल

    कुछ समय पहले ही देश में नए कानून लाए गए. कुछ को संशोधित किया गया. इसपर मोदी बोले कि 1500 से अधिक कानून हमने खत्म किए हैं. इनमें छोटी गलती के चलते जेल जाने वाले कानून को भी हमने समाप्त कर दिया है. मोदी बोले कि आज हमने जो आजादी की विरासत की गर्व की बात करते हैं. सदियों से जो पुराने क्रिमिनल लॉ थे, उन्हें खत्म किया है. हमने दंड नहीं न्याय पर फोकस रखा.

    नहीं सही नहीं तो हम करेंगे विचार आप दीजिए जानकारीः मोदी

    उन्होंने कहा कि हमें मिशन मोड में ईज ऑफ लिविंद को आगे लेकर चलना है. इसके लिए आप सरकार को बताएं कि यह नियम सही नहीं है. हम उस पर विचार जरुर करेंगे. गर्वनेंस पर रिफॉर्म विकसित भारत के सपने को पूरा करेगा.  सामान्य नागरिकों के जीवन में सम्मान मिले, कोई ये न कहे ये मेरा हक था, मुझे मिला नहीं, ऐसा नहीं होना चाहिए. आज देश में करीब 3 लाख संस्थाएं काम कर रही हैं. आज मैं कहना चाहता हूं कि ये संस्थाएं एक साल में दो रिफॉर्म करें तो देखते ही देखते हम एक साल में 25-30 लाख रिफॉर्म कर देंगे तो भारत कितना आगे पहुंच जाएगा। सामान्य मानव को पंचायत लेवल पर छोटी दिक्कतें होती हैं इन्हें पूरा करना है। आज देश आंकाक्षाओं से भरा है. देश का नौजवान नए शिखरों पर कदम रखना चाहता है इसलिए हमारी कोशिश है हर सेक्टर में कार्य को तेज गति दें.

    हर सेक्टर में हम नए अवसरों को पैदा कर रहे हैं

    प्रधानमंत्री ने कहा कि हर सेक्टर में हम एक नए अवसर को पैदा कर रहे हैं. स्पोर्टिव इंफ्रास्ट्रक्टर पर काम करें हम हर सेक्टर में नए अवसर पैदा करें, सपोर्टिव इंफ्रास्टक्चर पर काम करें, जरूरतों के हिसाब से काम करें तो बदलाव सामने आएंगे.  आज प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई, भारत का एक्सपोर्ट बढ़ रहा है, विदेशी मुद्रा भंडार दोगुना हुआ है.  भारत की दिशा सही है, गति तेज है.  हमारे सपनों में सामर्थ्य है.  हमें मम्भाव और सम्भाव चाहिए.

    कोरोनाकाल में देश की इकॉनोमी थी तेज

    प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं कोरोना के काल को आज भी जब याद करता हूं, इसके बीच इकोऩॉमी को सबसे तेज बनाए रखने वाला भारत देश है. जाति, पात और पंत से ऊपर उठकर हर घर तिरंगा फहराया जाता है. हम सभी भारतीय हैं. जब हम 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालते हैं, जब 100 से अधिक जिले आगे बढ़ने के लिए आपस में स्पर्धा करने लगे तो भारत को गति मिलती है.

    विकसित भारत का सपना हर परिवार की सेवा

    देशवासियों ने लगातार तीसरी बार हमें देशसेवा का मौका दिया है. पीएम ने कहा कि 140 करोड़ देशवासियों को आशिर्वाद में मेरे लिए एक ही संदेश है. जन-जन की सेवा हर परिवार की सेवा.हम इस शक्ति को साथ लेकर विकसित भारत के सपने को लेकर चलना है. हम सभी का सिर झुकाकर आभार व्यक्त करता हूं.

    देश के प्रत्येक नागरिक के लिए समान भाव

    वर्किंग वुमेन के लिए पेड मेडिकल लीव 12 से 26 हफ्ते की करते हैं.  हम बच्चे की परवरिश में सरकार रुकावट न बने इस संकल्प से आगे बढ़ते हैं.  देश के नागरिक को हम सम्मान के भाव से देखते हैं. ये हम सबका मम्भाव है, उसकी ताकत नजर आती है. हम ट्रांसजेंडर को सम्मान का जीवन देने के प्रयास कर रहे हैं.

    नई शिक्षा नीति में मातृ भाषा को बल मिलता है

    मोदी ने कहा कि भाषा टैलंट के रास्ते नहीं आनी चाहिए. जीवन में मातृ भाषा को बल देना होगा. आज दुनिया में जैसा बदलाव हो रहा है, तब जाकर स्किल का महत्व बढ़ गया है. हम जीवन के हर क्षेत्र में, एग्रीकल्चर में भी स्किल डेवलेपमेंट चाहते हैं, स्किल इंडिया प्रोग्राम को आगे बढ़ाया.  नौजवानों की स्किल बढ़े, बाजार में उनकी ताकत दिखाई दे.  आज दुनिया की परिस्थिति को देखते हुए कह सकता हूं कि नौजवान दुनिया में अपनी धमक बनाए, इसे लेकर आगे चल रहे हैं.

    75 हजार मेडीकल की सीटें बढ़ाएंगे

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहाकि रिसर्च को लेकर निरंतर बल मिले, रिसर्च फाउंडेशन यह काम कर रहा है. हमने बजट में 1 लाख करोड़ रिसर्च के लिए दिया है. हमारे देश में मेडिकल एजुकेशन के लिए बच्चे विदेश पढ़ने जा रहे हैं. ऐसे-ऐसे देशों में जा रहे हैं, जिसके बारे में सोचकर आश्चर्य होता है.  हमने 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब 1 लाख कर दिया है.  अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75000 नई सीटें बनाई जाएंगी.

    2047 में विकसिथ भारत के साथ स्वस्थ्य भारत होना चाहिए

    मोदी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के साथ-साथ स्वस्थ्य भारत भी होना चाहिए. इसलिए विकसिथ भारत की पहसी पीढ़ी के लिए पोषण अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमें कृषि को रिफॉर्म करना है.  पुरानी परंपराओं से मुक्ति पानी होगी.  हम किसानों की मदद कर रहे हैं, आसान लोन दे रहे हैं, उसे टेक्नोलॉजी दे रहे हैं.  उसे एंड टु एंड होल्डिंग मिले उस दिशा में काम रहे हैं.  धरती माता की उत्पादन क्षमता कम हो रही है, ऐसे में वो किसान जो प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। उनके लिए बजट में बड़ा प्रावधान है.  आज दुनिया के लिए ऑर्गेनिक फूड बनाने वाला फूड बॉस्केट हमारे देश का किसान बना सकता है.

    फांसी की तलवार पर लटके जो करे महिलाओं पर अत्याचार

    पीएम ने कहा कि यह चिंता की बात है कि हमारी मातओं और बेहनों के प्रति जो अत्याचार हो रहा है. उसमें जनमानस आक्रोश में है. उसे हम महसूस कर रहे हैं. लेकिन महिलाओं के प्रति अपराधों और अत्याचार के खिलाफ जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए. अपराधी को जल्द ही सजा मिले. जब महिलाओं पर अत्याचार की घटना होती है तो खबरों में रहती है, मैं चाहता हूं कि पाप करने वालों की सजा पर चर्चा हो। उन्हें फांसी पर लटकाना चाहिए। ये डर पैदा करना जरूरी है.

    भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर और AI जुड़ा है

    किसी जमाने में कहा जाता था कि खिलौने बाहर से आते थे. आज देश के खिलौने दुनिया के बाजार में हैं. हम मोबाइल फोन इंपोर्ट करते थे. आज फोन एक्सपोर्ट करने लगे. भविष्य के साथ सेमीकंडक्टर और एआई जुड़ा है. हम इस पर काम रहे हैं.

    6 जी नेटवर्क पर बोले पीएम

    मोदी ने कहा कि एक जमाना हम सभी ने 2 जी नेटवर्क देखा था. 2 जी के लिए कैसे संघर्ष करते थे. लेकिन आज 5जी पूरे देश में रोलाउट हो गया है. दुनिया में आगे बढ़ रहे हैं. हम अब रुकने वाले नहीं है. इसी क्रम में मोदी ने कहा कि हम तेजी के सथ 6 जी सर्विस पर भी काम कर रहे हैं.

    मोदी बोले- डिफेंस में हम आत्मनिर्भर बने 

    डिफेंस सेक्टर में हमारी आदत हो गई थी कि बजट का पैसा कहां जाता है, विदेश से इंपोर्ट करते थे. आज इसमें आत्मनिर्भर बने हैं. आज डिफेंस मैनयूफैक्चरिंग का हब बने हैं। दुनिया में हथियार एक्सपोर्ट कर रहे हैं.

    मोदी बोले- बड़े निवेशक मुझसे मिलना चाह रहे हैं

    हम मैन्यूफैक्चरिंग में बल दिया है. स्किल डेवलेपमेंट में जनभागीदारी को जोड़ा है. वो दिन दूर नहीं होगा, जब भारत इंडस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग का हब बनेगा। दुनिया की बड़ी कंपनियां भारत में निवेश करना चाहते हैं. तीसरे कार्यकाल में बड़े निवेशक मुझसे मिलना चाह रहे हैं.

     

    मोदी बोले- इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए

    मैं हर राज्य को कहना चाहता हूं कि वो ऐसे नियम बनाएं कि निवेशक उनके पास आएं. फैक्ट्री लगती है तो उनके राज्य में लगती है इसमें केंद्र सरकार को बीच में नहीं आना चाहिए। ये आपके राज्य के लिए बेहतरी का अवसर है. अब दुनिया के लिए डिजाइनिंग इंडिया पर बल देना है, अब इंडियन स्टैंडर्ड, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बनने चाहिए. डिजाइन के क्षेत्र में हम दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं.

    मोदी बोले- भारत में बने गेम दुनियाभर में खेले जाएं

    भारत के पास गेमिंग की बहुत बड़ी विरासत है, भारत के बच्चे, नौजवान, एआई प्रोफेशनल गेमिंग की दुनिया को लीड करें. भारत में बने गेम दुनियाभर में खेले जाएं.

    मोदी बोले- हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया

    आज दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग का विषय चर्चा में है. हमने सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाए. हमने रिन्यूबल एनर्जी पर काम किया है. जी20 के जिन देशों ने लक्ष्य निर्धारित किए थे, उनमें सिर्फ हिंदुस्तान ने वो कर दिखाया है जो और कोई नहीं कर सका.

    ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ा तो भारत का युवा सबसे आगे होगा

    हम 2030 तक रेलवे को नेट जीरो एमिशन का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं.  इलेक्ट्रिकल व्हीकल की मांग बढ़ रही है. हम ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को लेकर ग्लोबल हब बनना चाहते हैं. इसलिए आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है तो भारत के युवा इसमें सबसे आगे रहेंगे.

    भारत में ओलंपिक हो इसकी तैयारी की जा रही है

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक खिलाड़ियों को लेकर कहा की नीचे वो जो नौजवान बैठे हैं, जिन्होंने ओलंपिक की दुनिया में नया परचम लहराया है. हम देशवासियों की तरफ से उन्हें बधाई देते हैं. जी 20 का आयोजन कर हमने दिखाया कि भारत में बड़े से बड़े आयोजन कर सकता है. भारत चाहता है कि 2036 का ओलिंपिक भारत में हो, इसके लिए तैयारी कर रहे हैं.

    सबको लेकर चलें साथ

    हमें सफलता तब मिलती है, जब पीछे वालों को आगे लाएं. हमारे छोटे-छोटे किसान, आदिवासी, कामगार, मजदूर, गरीबों को साथ लाना है. हमें उन्हें अपने बराबर लाना है. इसके लिए एक अवसर आ रहा है. हमें पता है 1857 स्वतंत्रता संग्राम से पहले एक आदिवासी बिरसा मुंडा थे, जिन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया. उनकी जयंती आ रही है, उनकी 150वीं जयंती पर समाज के प्रति मम्भाव बढ़ाए. गरीबों, दलितों, आदिवासियों को अपने साथ लेकर चलें

    प्रगति नहीं देख सकते कुछ लोग

    कुछ लोग प्रगति देख नहीं सकते. भारत का भला नहीं सोचते. जब तक उनका भला न हो, वो सोचते नहीं. हमें ऐसे मुठ्ठीभर लोगों से सचेत रहना है.  इनकी निराशावादी सोच से देश को काफी नुकसान होता है. उनकी गोद में विकृति पल रही है. ये विकृति विनाश के प्रयास में लगी है. देश को इसे समझना होगा. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि, हमारी नेक नियत, ईमानदारी, समर्पण विपरीत मार्ग पर जाने वालों का दिल जीतकर देश को आगे बढाएंगे.

    मोदी बोले- चुनौतियों को चुनौती देना हिंदुस्तान की फितरत

    चुनौतियां अंदर भी हैं, बाहर भी हैं, जैसे-जैसे हमारा सामर्थ्य बढ़ेगा, बाहर की चुनौतियां बढ़ेंगी. लेकिन मैं ऐसी शक्तियों से कहना चाहता हूं कि हम दुनिया को युद्ध में नहीं ले जाते. हम बुद्ध के देश हैं, युद्ध नहीं करते. मैं देशवासियों से कहना चाहता हूं कि चुनौतियों को चुनौती देना हिंदुस्तान की फितरत है.

    बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे

    राष्ट्र के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. हम बदनियत वालों को नेक नियत से जीतेंगे. हमारा हर देशवासी भ्रष्टाचार की दीमक से परेशान रहा है. अन्याय के प्रति उसका गुस्सा राष्ट्र की प्रगति में रुकावट देता है. मैंने इसके लिए काम किया, मुझे अपनी प्रतिष्ठा भी चुकानी पड़े तो चुकाऊंगा.

    भ्रष्टाचार का महिमामंडन नहीं होना चाहिए

    मैं भ्रष्टाचारियों से निपटकर रहूंगा. क्या कोई कल्पना कर सकता है कि मेरे देश में कुछ ऐसे लोग निकल रहे हैं, जो भ्रष्टाचार का महिमामंडन कर रहे हैं. समाज में इस प्रकार के बीज बोने का प्रयास हो रहा है, वो स्वस्थ समाज के लिए चुनौती है. भ्रष्टाचारियों से दूरी बनाना सही होता है, उसका महिमामंडन नहीं होना चाहिए.

    बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य हों

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के मुद्दे पर कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ, पड़ोसी देश के नाते चिंता होना स्वाभाविक है. मैं आशा करता हूं वहां हालात जल्द सामान्य होंगे. वहां के हिंदुओं-अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. भारत हमेशा चाहता है पड़ोसी देश शांति के मार्ग पर चलें.हमारे संस्कार हैं, आने वाले दिनों में बांग्लादेश के विकास यात्रा में हमारा शुभ चिंतन रहेगा.

    लोकतंत्र की मजबूती में संविधान की भूमिका

    हमारे संविधान को 75 साल हो रहे हैं.  देश को लोकतंत्र की मजबूती देने में संविधान की भूमिका रही है. हम संविधान में लिखे कर्तव्य के भाव पर जोर देना चाहते हैं. ये कर्तव्य सरकार के, आमजन के सभी के हैं. अगर हम इस भाव के साथ चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे.

    देश में सेक्युलर सिविल कोड हो, कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए

    हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बात की है. मौजूदा सिविल कोड एक तरह से कम्यूनल सिविल कोड है. हमारे संविधान की भावना कहती है कि इस विषय पर देश में गंभीर चर्चा हो. जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं. ऐसे कानूनी आधुनिक समाज नहीं बनाते. देश में सेक्युलर सिविल कोड होना चाहिए तब जाकर धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्ति मिलेगी.

    एक लाख नौजवानों को आगे लाना चाहते हैं

    मैं हमेशा कहता हूं परिवारवाद, जातिवाद भारत के लोकतंत्र को बहुत नुकसान करता है। मैं देख रहा हूं सामने माय भारत दिख रहा है. ये एक मिशन है, हम देश में एक लाख नौजवानों को आगे लाना चाहते हैं, जिनके परिवार में कोई भी राजनीतिक बैकग्राउंड से न हो. ऐसे होरहार नौजवानों को फ्रेश ब्लड, इन्हें राजनीति में लाना है. इसी के चलते परिवारवाद से मुक्ति मिलेगी, वो किसी भी पार्टी में जाएं.

    वन नेशन वन इलेक्शन के लिए सब आगे आएं

    देश में बार-बार चुनाव प्रगति को रोक रहे हैं. हर योजना चुनाव के रंग से रंग दिया गया. सभी दलों ने अपने विचार रखें हैं. एक कमेटी ने रिपोर्ट बनाई. वन नेशन वन इलेक्शन सामने आया है. इस सपने को साकार करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से साथ आने को कहता हूं.

    विकसित भारत हमारी प्रतीक्षा कर रहा

    2047 विकसित भारत हमारी प्रतीक्षा कर रहा है. ये देश चलने के लिए प्रतिबद्ध है. मैं तीसरे टर्म में तीन गुना काम करूंगा. ताकि देश के सपनों को पूरा कर सकूं. मेरा हर पल देश के लिए है, मेरा कण-कण मां भारती के लिए है. इसलिए 24x7 की प्रतिबद्धता के साथ आह्वान करता हूं, सपनों को पूरा करें. 21वीं सदी को स्वर्णिम भारत बना सकें. आपने मुझे जो दायित्व दिया है, उसमें कोई कसर नहीं छोड़ूंगा.

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