जो विमान अहमदाबाद में क्रैश हुआ, कितनी है उसकी कीमत? कौन-कौन से देश करते है इस्तेमाल? जानें सबकुछ

    गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.

    How much is the cost of the plane that crashed in Ahmedabad
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    नई दिल्ली: गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास एयर इंडिया का एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह विमान लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था. उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद विमान का एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया और हादसा हो गया. विमान में कुल 254 लोग सवार थे, जिनमें 12 क्रू मेंबर भी शामिल थे. इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे.

    विमान का मॉडल और कीमत

    दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग कंपनी का 787-8 ड्रीमलाइनर था, जो आधुनिक और लंबी दूरी की उड़ानों के लिए जाना जाता है. इस विमान की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 248 मिलियन डॉलर (करीब 2,070 करोड़ रुपये) होती है. बताया जा रहा है कि यह विमान करीब 12 साल पुराना था और एयर इंडिया के बेड़े में वर्षों से सेवा में था.

    कहां-कहां इस्तेमाल होता है यह विमान?

    बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर दुनिया भर की कई प्रमुख एयरलाइनों द्वारा लंबी दूरी की उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह विमान अपनी ईंधन दक्षता और बेहतर यात्री अनुभव के लिए प्रसिद्ध है. इसके प्रमुख ऑपरेटर्स में शामिल हैं:

    • कतर एयरवेज
    • एतिहाद एयरवेज
    • ब्रिटिश एयरवेज
    • एयर कैनाडा
    • एल ए एन एयरलाइंस (LATAM)
    • एएनए (All Nippon Airways) जापान
    • चाइना साउदर्न एयरलाइंस

    एयर इंडिया और ड्रीमलाइनर

    एयर इंडिया के पास 25 से अधिक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान हैं. इस मॉडल को एयर इंडिया ने 2012 में अपने बेड़े में शामिल किया था. इस विमान का उपयोग एयर इंडिया मुख्य रूप से यूरोप, अमेरिका और अन्य लंबी दूरी के अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए करती है. इन विमानों में बिजनेस, प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास की सीटिंग व्यवस्था होती है, जिसकी कुल क्षमता करीब 248 से 254 यात्रियों की होती है.

    ईंधन क्षमता और उड़ान रेंज

    इस विमान को अहमदाबाद से लंदन की लगभग 10 घंटे की उड़ान के लिए तैयार किया गया था. इस दूरी को कवर करने के लिए विमान में लगभग 12,000 लीटर ईंधन भरा जाता है, जिसमें अतिरिक्त आपातकालीन ईंधन भी शामिल होता है. चूंकि हादसा हवाई अड्डे के नजदीक हुआ, इसलिए विमान में अधिकांश ईंधन मौजूद होने की संभावना है, जिससे दुर्घटना स्थल पर आग लगने की आशंका अधिक होती है.

    टाटा ग्रुप का बयान

    एयर इंडिया वर्तमान में टाटा ग्रुप के स्वामित्व में है. हादसे के बाद टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई. टाटा समूह ने सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में कहा कि कंपनी राहत और बचाव कार्य में प्रशासन का हर संभव सहयोग कर रही है.

    आगे की कार्रवाई

    नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और एयर इंडिया दोनों ही हादसे की जांच कर रहे हैं. साथ ही, विमान के ब्लैक बॉक्स को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि दुर्घटना के कारणों की विस्तृत जांच की जा सके.

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