Haryana Film City: हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को राज्य में एक फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने कलाकारों की सहायता और फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पंचकूला जिले के पिंजौर में एक फिल्म सिटी विकसित करने का निर्णय लिया है.
फिल्म सिटी के लिए 100 एकड़ भूमि का चयन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि यह फिल्म सिटी पिंजौर में 100 एकड़ भूमि पर बनाई जाएगी. भूमि की पहचान कर ली गई है और परियोजना के लिए सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि इस फिल्म सिटी का काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.
गुरुग्राम में भी फिल्म सिटी का निर्माण होगा
सीएम सैनी ने यह भी कहा कि गुरुग्राम में एक और फिल्म सिटी विकसित की जाएगी. इसके लिए भूमि चयन प्रक्रिया प्रगति पर है. उनका मानना है कि इन पहलों से न केवल फिल्म उद्योग से जुड़े पेशेवरों को लाभ होगा, बल्कि राज्य में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
फिल्म महोत्सव में सैनी का संबोधन
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय फिल्म महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने फिल्म उद्योग से जुड़े कलाकारों को आश्वासन दिया कि प्रसार भारती के साथ समन्वय करके दूरदर्शन पर हर हफ्ते एक हरियाणवी फिल्म प्रसारित करने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में फिल्म निर्माण पाठ्यक्रम शुरू करने की जिम्मेदारी दादा लखमी चंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स (एसयूपीवीए) को सौंपी जाएगी.
शिक्षा और थिएटर के क्षेत्र में भी पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि एसयूपीवीए शिक्षा विभाग के सहयोग से स्कूलों में थिएटर शिक्षा शुरू करने की दिशा में भी काम करेगा. इसके अलावा, सिंगल स्क्रीन सिनेमा को पुनर्जीवित करने की मांग पर सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार ने क्षेत्रीय सिनेमा को समर्थन देने के लिए फिल्म प्रमोशन बोर्ड का गठन किया है. यह बोर्ड कला एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग के साथ मिलकर इस पहल को आगे बढ़ाएगा.
हरियाणवी संस्कृति और सिनेमा का उत्सव
सीएम सैनी ने कहा कि फिल्म महोत्सव हरियाणा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने और बढ़ावा देने के लिए एक सराहनीय पहल है. उन्होंने कहा, "यह केवल सिनेमा का उत्सव नहीं है, बल्कि हरियाणवी संस्कृति, कला और भाषा के प्रति हमारे गहरे सम्मान और अटूट प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है. हरियाणा की धरती वीरता, रचनात्मकता और परंपरा का अनूठा संगम है."
सिनेमा का सामाजिक प्रभाव और युवाओं को जोड़ने की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हरियाणा की लोक कला, संगीत और नृत्य अपनी प्रामाणिकता और जीवंतता के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं. सैनी ने सिनेमा को केवल मनोरंजन का एक स्रोत ही नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन और जन जागरूकता का एक सशक्त माध्यम भी बताया. उन्होंने कहा कि हरियाणवी सिनेमा ने परंपराओं को संरक्षित करने, प्रगतिशील सोच को प्रेरित करने और सामाजिक चेतना को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
मशहूर हस्तियों से अपील
मुख्यमंत्री ने फिल्म उद्योग की मशहूर हस्तियों से इस प्रयास में आगे आने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि फिल्म महोत्सव पारंपरिक रूप से गोवा और पुणे जैसे शहरों में आयोजित होते रहे हैं, लेकिन हरियाणा में इस तरह के महोत्सव का आयोजन एक साहसिक और दूरदर्शी पहल है. यह हरियाणा की सिनेमा की दुनिया में विशिष्ट उपस्थिति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
नई पीढ़ी के लिए सिनेमा के प्रति जागरूकता
सीएम सैनी ने विश्वास व्यक्त किया कि यह महोत्सव नई पीढ़ी के दर्शकों और महत्वाकांक्षी कलाकारों के बीच सिनेमा के प्रति अधिक जागरूकता और रुचि पैदा करेगा. उन्होंने इसे कला, संस्कृति और फिल्म का जीवंत संगम बताते हुए कहा कि यह पहल हरियाणा की एक नई और मजबूत सांस्कृतिक पहचान बनाने में योगदान देगी.