'संविधान हत्या दिवस' को लेकर बोले हरियाणा के CM सैनी- कांग्रेस कर रही झूठी राजनीति, बहा रही घड़ियाली आंसू

    केंद्र की बेजेपी सरकार ने 25 जून को लोकतंत्र के काले दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है. इस संबंध में सरकार की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. वहीं अब इस मामले पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. CM सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.

    'संविधान हत्या दिवस' को लेकर बोले हरियाणा के CM सैनी- कांग्रेस कर रही झूठी राजनीति, बहा रही घड़ियाली आंसू
    कांग्रेस कर रही झूठी राजनीति, बहा रही घड़ियाली आंसूः सीएम सैनी-फोटोः ANI

    हरियाणाः केंद्र की बेजेपी सरकार ने 25 जून को लोकतंत्र के काले दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है. इस संबंध में सरकार की ओर से नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है. वहीं अब इस मामले पर बीजेपी की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और CM नायाब सिंह सैनी ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है.

    आपातकाल को देश पर थोपा था

    पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आपातकाल के उस दिन को याद करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा कि 25 जून 1975 भारकीय लोकतंत्र के इतिहाल का वो काला दिन है जब कांग्रेस ने संविधान को कुचल कर देश पर आपातकाल थोपा था.

    संविधान की हत्या दिवस

    इस दिवस को ही केंद्र सरकार ने संविधान की हत्या दिवस के रूप में मनाने का तय किया है. इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा इस दिन को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय, उन लाखों भारतीयों के संघर्ष, त्याग एवं बलिदान का सम्मान है जिन्होंने कांग्रेस सरकार की तानाशाही एवं यातनाओं के बावजूद लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्ष किया. ये आने वाली पीढ़ी को एक संदेश भी है ताकि भविष्य में कांग्रेस जैसी कोई भी तानाशाही मानसिकता इसको दोहरा न पाए.

    झूठी राजनीति करने वाली कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही

    राज्य के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास का एक ऐसा काला अध्याय है जिसकी विभीषिका को ये देश कभी भूल नहीं पाएगा. विडम्बना ये है कि झूठ की राजनीति करने वाली कांग्रेस ही आज घड़ियाली आंसू बहा रही है. सत्य तो यही है कि संविधान के भक्षकों की वंशानुगत तीसरी पीढ़ी संविधान बदलने का अफवाह फैला रही है. भारत सरकार ने प्रधानमंत्री श्री जी के नेतृत्व में लोकतंत्र की हत्या के इस कलंकित दिन को 'संविधान हत्या दिवस' के रूप मनाने का ऐतिहासिक निर्णय  लिया है. इस निर्णय से हर भारतीय के हृदय में संविधान की रक्षा का संकल्प जीवित रहेगा और हमारी आने वाली पीढ़ियां लोकतंत्र के हत्यारों के कृत्यों से अवगत भी रहेगी और सजग भी.

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