ईरान के पक्ष में कूदा हमास, इजरायल को दी गीदड़भभकी- सैन्य हस्तक्षेप का सोचा भी तो...

    ईरान और इजरायल के बीच चल रहा संघर्ष अब वैश्विक संकट में तब्दील होता जा रहा है. इस टकराव में अमेरिका की संभावित सैन्य भागीदारी ने हालात और भी गंभीर बना दिए हैं.

    Hamas jumped in support of Iran threatened Israel
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    ईरान और इजरायल के बीच चल रहा संघर्ष अब वैश्विक संकट में तब्दील होता जा रहा है. इस टकराव में अमेरिका की संभावित सैन्य भागीदारी ने हालात और भी गंभीर बना दिए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से ईरान को बिना शर्त आत्मसमर्पण की धमकी देने के बाद, अब हमास ने वॉशिंगटन और तेल अवीव को सीधे चेतावनी दी है.

    “यह लापरवाही पूरे क्षेत्र को आग में झोंक देगी”

    मंगलवार शाम को जारी एक आधिकारिक बयान में, हमास ने अमेरिका की तरफ से युद्ध में प्रत्यक्ष हस्तक्षेप की योजना को "खतरनाक और गैर-जिम्मेदाराना" करार दिया. बयान में कहा गया कि अगर अमेरिका ने ईरान पर सीधा सैन्य हमला किया, तो इसका असर सिर्फ ईरान तक सीमित नहीं रहेगा—बल्कि पूरे मध्य पूर्व में विस्फोटक स्थिति पैदा हो जाएगी.

    हमास ने अमेरिका और इजरायल की नीतियों को "औपनिवेशिक और अहंकारी मानसिकता" का प्रतीक बताते हुए कहा कि क्षेत्र के किसी भी शहर को अब सुरक्षित नहीं माना जा सकता.

    ईरान को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है

    हमास ने इजरायल द्वारा ईरान पर किए जा रहे हमलों की कड़ी निंदा की और इस्लामी गणराज्य के साथ पूर्ण एकजुटता जाहिर की. संगठन ने स्पष्ट किया कि ईरान को अपनी संप्रभुता और नागरिकों की रक्षा करने का पूर्ण वैध अधिकार है.

    मुस्लिम दुनिया से एकजुट होने की अपील

    बयान में हमास ने अरब और मुस्लिम देशों से अपील की कि वे "उम्माह" के खिलाफ अमेरिकी-इजरायली आक्रामकता के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा लें. उन्होंने जोर दिया कि यह सिर्फ एक देश की लड़ाई नहीं, बल्कि पूरे इस्लामी जगत की अस्मिता और संप्रभुता का सवाल है.

    अमेरिका जल्द कर सकता है सीधा हस्तक्षेप

    बयान ऐसे वक्त पर आया है जब खबरें हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में एक अहम बैठक कर चुके हैं और जल्द ही ईरान के खिलाफ अमेरिकी सैन्य भूमिका की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं. सूत्रों के अनुसार, यह हस्तक्षेप सीमित नहीं होगा—बल्कि इसमें इजरायली सैन्य अभियानों के साथ अमेरिकी सैन्य परिसंपत्तियों की प्रत्यक्ष भागीदारी शामिल हो सकती है.

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