Guinea (West Africa): गिनी में एक फुटबॉल मैच के दौरान मची भगदड़ में 56 लोगों की मौत हो गई. भारत ने इसके लिए दुख जताया है. विदेश मंत्रालय ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भगदड़ में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा व्यक्त की.
विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, "हमें गिनी के नजेरेकोर में एक फुटबॉल टूर्नामेंट के दौरान हुई दुखद भगदड़ के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है, जिसमें 56 लोगों की जान चली गई." गिनी के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, "सरकार और भारत के लोगों की ओर से हम इस कठिन समय के दौरान अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों और गिनी के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हम उनके दुख को साझा करते हैं और प्रभावित समुदायों के साथ एकजुटता में खड़े हैं. हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं, और हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करते हैं."
गिनी के प्रधानमंत्री ने क्या कहा?
गिनी के सूचना मंत्री फना सौमा ने कहा कि नेजेरेकोर के एक स्टेडियम में मची भगदड़ के कारणों की जांच की गई है. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में प्रशंसकों को खचाखच भरे स्टेडियम से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाया गया है. गिनी के प्रधानमंत्री बाह ओरी ने पहले दिए गए एक बयान में कहा, "सरकार ने आज दोपहर नेजेरेकोर में लेबे और नेजेरेकोर टीमों के बीच हुए फुटबॉल मैच में हुई घटनाओं की निंदा की है." ओरी ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रख रही है और उन्होंने शांति बनाए रखने की अपील दोहराई है ताकि घायल लोगों को प्राथमिक उपचार देने में अस्पताल सेवाओं में बाधा न आए. उनके बयान में इस बात की जानकारी नहीं दी गई कि स्टेडियम के अंदर क्या हुआ. हालांकि, उन्होंने घोषणा की कि अधिक विस्तृत रिपोर्ट बाद में दी जाएगी. गिनी के अपदस्थ पूर्व नेता अल्फा कोंडे ने आयोजकों की ऐसे समय में मैच आयोजित करने के लिए आलोचना की, जब देश पहले से ही तनाव और प्रतिबंधों का सामना कर रहा है.
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