दौसा (राजस्थान) : दौसा में बुधवार को एक दो वर्षीय बच्ची के खुले बोरवेल में गिरने के 15 घंटे बाद, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल गुरुवार को भी बचाव अभियान चला रहे हैं.
योगेश कुमार, सहायक कमांडर (एनडीआरएफ) ने कहा कि 31 फीट जमीन वर्टिकल खोदी गई है और 12 फीट जमीन हॉरिजेंटल खोदी गई है.
सहायक कमांडर ने कहा, "हमने वर्टिकल तरीके से 31 फीट जमीन खोदी है और अब तक 12 फीट जमीन हॉरिजेंटल खोदी है. बच्ची होश में है और हम उसकी देखभाल करने की कोशिश कर रहे हैं."
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रुक-रुक हो रही बारिश ने बचाव अभियान में डाली खलल
रुक-रुक कर हो रही बारिश ने भी बचाव अभियान में खलल डाली है. लालसोट की स्थानीय टीम भी सामूहिक रूप से बच्ची को बचाने के प्रयास कर रही है.
बुधवार को दौसा के बांदीकुई इलाके में खुले बोरवेल में बच्ची गिर गई थी, जिसके बाद जिला प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू किया. बुधवार को दौसा के जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार, दौसा की पुलिस अधीक्षक रंजीता शर्मा, जलदाय विभाग के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन बचाव अभियान शुरू होने पर मौके पर पहुंचे.
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें बचाव में जुटी हैं
दौसा के एसपी रंजीत शर्मा ने बताया कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की अनुभवी टीमें बचाव अभियान चला रही हैं.
"हम इसे तेजी से करने का प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि वह एक बच्ची है और वह पहले ही 5 घंटे से अधिक समय बिता चुकी है. हमने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बुलाया है, जो इस तरह के बचाव कार्यों में विशेषज्ञ हैं."
कैमरे के जरिए बच्ची के हालत की चल रही है निगरानी
दौसा के एसपी रंजीत शर्मा ने कहा, "हम कैमरों के जरिए बच्ची की हालत और स्थिति जानने की कोशिश कर रहे हैं. हम कई तरीके आजमा रहे हैं, ताकि बच्ची को सुरक्षित बचाया जा सके."
उन्होंने आगे कहा कि बच्ची को जल्द से जल्द बचाने का प्रयास किया जा रहा है. जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने कहा, "एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं और अपना बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं. बच्ची को ऑक्सीजन देने के लिए मेडिकल टीम भी पहुंच गई है."
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