राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री महेश जोशी को 900 करोड़ रुपये के घोटाले में गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घोटाला जल जीवन मिशन के तहत हुआ था, जब महेश जोशी जलदाय मंत्री के थे. केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को जोशी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया. इस मामले में पहले ही कई अन्य ठेकेदारों और अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन अब महेश जोशी की गिरफ्तारी ने कांग्रेस पार्टी को एक गंभीर संकट में डाल दिया है.
क्या है 900 करोड़ का जल जीवन मिशन घोटाला?
जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार ने पीने के पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कई परियोजनाएं शुरू की थीं, लेकिन इन योजनाओं के अंतर्गत 900 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप महेश जोशी पर है. ED के अनुसार, फर्जी वर्क एक्सपीरियंस के आधार पर विभिन्न कंपनियों को वर्क ऑर्डर दिए गए, और इस खेल में मंत्री महेश जोशी की संलिप्तता थी. मंत्री के करीबी सहयोगी संजय बड़ाया और अन्य ठेकेदारों ने भी इस घोटाले में अपनी भूमिका निभाई.
पूर्व मंत्री और उनके करीबी सहयोगियों का संबंध
ईडी के जांच में यह सामने आया है कि संजय बड़ाया महेश जोशी का करीबी था और उसे विभाग से जुड़े सभी अहम कामों में फायदा पहुंचाता था. जिन ठेकेदारों से घूस ली गई थी, उनका कहना है कि ये काम मंत्री के इशारे पर ही किए गए. इसके अलावा पीएचईडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विशाल सक्सेना ने भी इस बात की पुष्टि की कि महेश जोशी ने उसे संजय बड़ाया और संजय अग्रवाल से मिलकर काम करने की सलाह दी थी. इसके बाद उस पर फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का दबाव भी डाला गया.
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