आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख एक बार फिर स्पष्ट हो गया है. मंगलवार रात को अंजाम दिए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर प्रतिक्रिया देते हुए देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह हमला किसी भी उकसावे का जवाब नहीं, बल्कि "राइट टू रिस्पॉस" के तहत भारत की आत्मरक्षा की कार्रवाई है. उनका कहना था कि भारतीय सेना ने पूरी संवेदनशीलता और सूझबूझ के साथ सिर्फ उन ठिकानों को निशाना बनाया जो आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप और उनके मूलभूत ढांचे से जुड़े थे.
राजनाथ सिंह ने इस कार्रवाई को "हनुमान जी के आदर्श" से जोड़ा और कहा, "जिन्होंने हमें मारा, हमने सिर्फ उन्हें मारा." उन्होंने इस पूरे ऑपरेशन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व और सेना की रणनीतिक चपलता की सराहना की. उन्होंने कहा कि, "हमने हनुमान जी की उस आदर्श का पालन किया है. जो उन्होंने अशोक वाटिका के उजाड़ते के समय किया था. जिन्ह मोहे मारा, तिन्हे मोई मारे. हमने केवल उन्हें ही मारा, जिन्होंने हमारे मासूमों का मारा."
"हमारी सेना ने नया इतिहास रचा"
भारतीय सेना द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई सटीक एयर स्ट्राइक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को प्रेस को संबोधित किया. उन्होंने इसे सेना का एक ऐतिहासिक और शौर्यपूर्ण कदम बताते हुए कहा, "कल रात हमारी सेनाओं ने नया इतिहास रचा है. हमारे जवानों ने न केवल दुश्मन के कैंप तबाह किए, बल्कि ये भी सुनिश्चित किया कि कोई आम नागरिक प्रभावित न हो."
उन्होंने यह भी बताया कि इस ऑपरेशन में सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया और यह कार्रवाई मानवता की मर्यादा का पालन करते हुए की गई. राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारी सेना ने सटीकता, संवेदनशीलता और मानवीयता के साथ यह कार्य किया है."
ये भी पढ़ें: 'फिर हिमाकत की तो..', Operation Sindoor के बाद NSA अजीत डोभाल ने चीन को दिया दो टूक जवाब