योगी सरकार का एक्शन मोड, अब शेल कंपनियों की खैर नहीं, टैक्स चोरी को बताया 'राष्ट्रीय गुनाह'

    UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर विभाग की समीक्षा बैठक में साफ संदेश दिया कि प्रदेश की आर्थिक समृद्धि और विकास का आधार मजबूत राजस्व प्रणाली है. उन्होंने कहा कि राजस्व केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि प्रदेश के विकास की बुनियाद है.

    CM Yogi Adityanath action on shell companies
    Image Source: ANI

    UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य कर विभाग की समीक्षा बैठक में साफ संदेश दिया कि प्रदेश की आर्थिक समृद्धि और विकास का आधार मजबूत राजस्व प्रणाली है. उन्होंने कहा कि राजस्व केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि प्रदेश के विकास की बुनियाद है. इसी सोच के साथ उन्होंने टैक्स चोरी करने वालों और शेल कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का ऐलान किया, ताकि कर संग्रहण की प्रक्रिया पारदर्शी और प्रभावी हो सके.

    सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उन सभी फर्जी कंपनियों और व्यापारियों की पहचान करें जो सिस्टम का दुरुपयोग कर रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी कीमत पर टैक्स चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही, उन्होंने राज्य में नई पंजीकृत कंपनियों के फिजिकल वेरिफिकेशन को भी जरूरी बताया, जिससे नकली कंपनियों का परिचालन रोका जा सके.

    मई में GST व वैट से हुई करोड़ों की वसूली

    बैठक में अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल और मई में जीएसटी एवं वैट से कुल 18,161.59 करोड़ रुपये की वसूली हुई है, जो इस वित्त वर्ष के 1,75,725 करोड़ रुपये के लक्ष्य की दिशा में सकारात्मक कदम है. मुख्यमंत्री ने इस प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और भी तेजी से काम करना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि केवल आंकड़ों से काम नहीं चलेगा, बल्कि टैक्स संग्रहण की गुणवत्ता और उसकी पारदर्शिता भी सुनिश्चित करनी होगी.

    लखनऊ के दोनों ज़ोन, अयोध्या, बरेली, आगरा, गाज़ियाबाद, मेरठ, झांसी, सहारनपुर जैसे जिलों को बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी गई. वहीं, वाराणसी-1, प्रयागराज, कानपुर-2, इटावा, अलीगढ़ और मुरादाबाद जैसे ज़ोन की कम वसूली पर मुख्यमंत्री ने नाराज़गी जताई. उन्होंने कहा कि इन इलाकों में स्पेशल रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाए ताकि समस्या की जड़ तक पहुंचा जा सके.

    "टैक्स पालन का सकारात्मक माहौल बनाएं"

    सीएम योगी ने आगे कहा कि फील्ड स्तर पर एक्सपर्ट्स की मदद से टैक्स चोरी की रोकथाम और करदाताओं के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना जरूरी है. उन्होंने अतिरिक्त आयुक्त, संयुक्त आयुक्त और डिप्टी कमिश्नर को निर्देश दिए कि वे खुद व्यापारियों से मिलें और टैक्स पालन का सकारात्मक माहौल बनाएं. इसके साथ ही उन्होंने टेक्नोलॉजी के बेहतर उपयोग पर भी जोर दिया ताकि कर संग्रहण में पारदर्शिता बनी रहे और ईमानदार करदाताओं को पूरी सुरक्षा मिल सके.

    योगी सरकार की यह नीति प्रदेश के आर्थिक विकास को नई गति देगी और भ्रष्टाचार व टैक्स चोरी को जड़ से खत्म करने में मददगार साबित होगी. उन्होंने जोर देकर कहा कि विकास तभी संभव है जब हर व्यापारी और अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझकर मिलकर काम करें. यही वजह है कि अब प्रदेश में कर प्रणाली को और भी मजबूत बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

    ये भी पढ़ें: UP के कोने-कोने को महाकुंभ की यादों से सजोएगी योगी सरकार, सभी 75 जिलों में लगाए जाएंगे त्रिवेणी वन