हरियाणाः हरियाणा के मुख्यमंत्री सीएम सैनी ने छोटे किसानों को राहत देने का काम किया है. बता दें कि मिट्टी निपटान से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए हमनए एक महत्वपूर्ण पहल की है. CM ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए एक पोर्टल सेवा की शुरुआत की गई है.
मिट्टी निपटान समस्याओं के लिए पोर्टल की शुरुआत
बता दें कि हरियाणा सरकार ने https://kisan.minesharyana.gov.in/ पोर्टल की शुरुआत की है. इस पोर्टल के तहत किसान और छोटे व्यापारियों सहित गांव के रेहड़ा या बुग्गी वाले किसानों को भी अब मिलेगी राहत. अब वो घर बैठे ही निःशुल्क मिट्टी के प्रयोग से संबंधित परमिट प्राप्त कर सकेंगे। मिट्टी का उत्खनन किए जाने वाले गांव के सरपंच अथवा ग्राम सचिव से NOC लेनी होगी.
ग्राम पंचायत को सौंपी गई बड़ी जिम्मेदारी
वहीं सीएम ने कहा कि इस प्रक्रिया के अंदर ग्राम पंचायतों को भी जोड़ा गया है. उन्हें भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. यानी जिस गांव में साधारण मिट्टी का उत्खनन किया जाएगा, उस गांव के सरपंच या फिर सचिव से NOC लेना जरूरी होगा. जिस गांव में साधारण मिट्टी का उत्खनन होगा, उस मिट्टी के उत्खनन से प्राप्त रॉयल्टी का 50 प्रतिशत हिस्सा संबंधित ग्राम पंचायत के खाते में जमा होगा. इससे संबंधित ग्राम पंचायत गांव का कोई भी विकास कार्य करवा सकेगा.
ग्राम पंचायतों को निकाली गई मिट्टी के निपटान के लिए जटिलता का सामना करना पड़ता था. इसलिए इसे सरल बनाने के लिए अगले तीन से चार दिनों में तलाब अथवा जोहोड़ बनाने में साथ ही उसकी सफाई के लिए मिट्टी से संबंधित उत्खन्न का प्रावधान इस पोर्टल में जोड़ दिया गया है.
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