रायपुरः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार दोनों ही राज्य में नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ काफी सफलता हासिल की है.
'पिछले साल 287 नक्सली मारे गए'
शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति कलर अवार्ड प्रदान करने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा, "मैं छत्तीसगढ़ के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में विश्वास जताया है और हम सभी 2026 तक राज्य से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
उन्होंने कहा, "छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ काफी सफलता हासिल की है. पिछले साल 287 नक्सली मारे गए, करीब 1000 नक्सली गिरफ्तार किए गए और 837 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया." शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस की कड़ी मेहनत, समर्पण, बहादुरी और लोगों के प्रति स्नेह के लिए प्रशंसा की. उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि छत्तीसगढ़ पुलिस बल देश के सभी पुलिस बलों में सबसे बहादुर पुलिस बलों में से एक है. छत्तीसगढ़ के गठन के 25वें वर्ष में प्रवेश करने पर आपको राष्ट्रपति कलर अवार्ड से सम्मानित किया गया. यह आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण, बहादुरी और लोगों के प्रति आपके स्नेह का प्रमाण है."
छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और अटूट समर्पण की उनकी उल्लेखनीय 25 साल की यात्रा को मान्यता देते हुए प्रतिष्ठित 'राष्ट्रपति पुलिस कलर' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह प्रतिष्ठित पुरस्कार नक्सलवाद के खिलाफ पुलिस बल की निडर लड़ाई और राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के उनके अथक प्रयासों को मान्यता देता है. शाह 14 से 16 दिसंबर तक राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को यहां पहुंचे. शाह राज्य की राजधानी रायपुर में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति और संबंधित घटनाक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
केंद्रीय गृह मंत्री जगदलपुर भी जाएंगे
केंद्रीय गृह मंत्री जगदलपुर भी जाएंगे, जहां वे आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों, निवासियों और बुद्धिजीवियों से बातचीत करेंगे. इसके अलावा, शाह बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में भी शामिल होंगे. 'बस्तर ओलंपिक' छत्तीसगढ़ खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य युवाओं और नक्सल गतिविधियों के अन्य पीड़ितों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने में मदद करना है. यह कार्यक्रम 5 नवंबर को जगदलपुर जिले के बास्तानार ब्लॉक से शुरू हुआ और बस्तर के सात जिलों- कांकेर, कोंडागांव, बीजापुर, बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और नारायणपुर तक फैला हुआ है. "बस्तर ओलंपिक क्षेत्र के युवाओं के लिए है, ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा खोजने और खेलों में अपना स्थान पाने में मदद मिल सके, ताकि पूरे भारत में बस्तर के युवा चमक सकें और कोई भी 'लाल आतंक' में जाने की कोशिश न करे."
बाद में, गृह मंत्री जगदलपुर में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित पीड़ितों के परिवारों से मिलेंगे. उनका सुरक्षा शिविरों का दौरा करने, चल रहे विकास कार्यों की देखरेख करने और क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बल कर्मियों के साथ भोजन करने का भी कार्यक्रम है. यह दौरा छत्तीसगढ़ में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने और विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.
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