NEET-UG एग्जाम में कथित गड़बड़ी के मामले में CBI ने बिहार के पटना से 2 लोगों को गिरफ्तार किया

    सीबीआई के अधिकारी ने बताया कि आरोपी आशुतोष छात्रों के लिए सुरक्षित घर की व्यवस्था करता था, जबकि मनीष अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए एक स्कूल में ले जाता था.

    NEET-UG एग्जाम में कथित गड़बड़ी के मामले में CBI ने बिहार के पटना से 2 लोगों को गिरफ्तार किया
    सीबीआई का लोगो | Photo- Wikimedia commons

    नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को NEET-UG परीक्षा में कथित गड़बड़ियों के मामले में बिहार के पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीष प्रकाश और आशुतोष नाम के दो लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. गिरफ्तार किए गए लोग पटना से काम करते पाए गए.

    उन्होंने कहा कि आरोपी आशुतोष छात्रों के लिए सुरक्षित घर की व्यवस्था कर रहा था, जबकि दूसरा आरोपी मनीष अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए 'तैयार' करने के लिए एक स्कूल में ले जाता था.

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    मनीष कार में ले जाता था, छात्रों को आशुतोष के घर में ठहराया जाता था

    सीबीआई अधिकारी ने बताया, "मनीष प्रकाश छात्रों को अपनी कार में ले जाता था. जबकि छात्रों को आशुतोष के घर में ठहराया जाता था."

    नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई द्वारा की गई ये पहली गिरफ्तारियां हैं. उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया.

    सोमवार को सीबीआई ने पटना (बिहार) में सामने आए नीट (यूजी) पेपर लीक मामले, गोधरा (गुजरात) में एक और धोखाधड़ी मामले और राजस्थान में परीक्षा में कथित रूप से नकल करने के तीन मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है.

    दोषियों को कड़ी सजा और निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध : राष्ट्रपति मुर्मू 

    इससे पहले दिन में नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं का जिक्र करते हुए अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार पेपर लीक की हालिया घटनाओं की निष्पक्ष जांच के साथ-साथ दोषियों को कड़ी सजा देने के लिए प्रतिबद्ध है.

    नीट-यूजी परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही है. इसके कारण देशभर में कई विरोध प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने एनटीए को भंग करने की मांग की है.

    सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से मांगा जवाब

    सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को उस याचिका पर राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से जवाब मांगा, जिसमें नीट-यूजी 2024 परीक्षा के लिए इस्तेमाल की गई ओएमआर शीट पर अंकों की "गड़बड़" लोक का दावा किया गया है.

    जस्टिस मनोज मिश्रा और एसवीएन भट्टी की अवकाश पीठ ने नोटिस जारी कर अगली सुनवाई की तारीख 8 जुलाई तक एनटीए से जवाब मांगा है.

    शीर्ष अदालत में कई याचिकाएं दायर की गई थीं, जिसमें 5 मई को आयोजित परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए NEET-UG 2024 के परिणाम वापस लेने और नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई थी.

    शीर्ष अदालत ने पहले ही NEET-UG, 2024 की काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.

    एनटीए द्वारा आयोजित NEET-UG परीक्षा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश का मार्ग है.

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