कनाडा में चल रहे G7 शिखर सम्मेलन की चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था को उस समय गहरी चुनौती मिली, जब एक प्राइवेट विमान ने नो-फ्लाई ज़ोन में घुसपैठ कर दी. यह विमान सीधे अल्बर्टा के कनानास्किस कंट्री की हवाई सीमा में दाखिल हो गया—वहीं, जहां पर दुनिया की सात सबसे ताकतवर ताकतों के नेता सुरक्षा घेरे में मौजूद थे.
हवा में बवाल, जमीन पर पूछताछ
घटना के तुरंत बाद NORAD (North American Aerospace Defense Command) ने एक्शन में आते हुए CF-18 हॉर्नेट फाइटर जेट्स को तैनात किया. तेज रफ्तार जेट्स ने निजी विमान को घेरकर चेतावनी दी और आखिरकार उसे सुरक्षित रूप से जमीन पर उतरने को मजबूर किया गया.
विमान जैसे ही ज़मीन पर आया, कनाडाई पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने उसे घेर लिया. पायलट से सख्ती से पूछताछ की जा रही है. अभी तक किसी हमले की आशंका नहीं जताई गई है, लेकिन अधिकारियों ने यह साफ किया कि ऐसे उल्लंघन गंभीर खतरे बन सकते हैं.
पहले चेतावनी, फिर कार्रवाई
Integrated Safety and Security Group के मुताबिक, कई चेतावनी संकेतों और प्रयासों के बावजूद जब पायलट ने जवाब नहीं दिया, तब इंटरसेप्शन प्रोटोकॉल लागू किया गया. सौभाग्य से कोई हिंसक कार्रवाई नहीं करनी पड़ी और पायलट ने सहयोग करते हुए विमान को नीचे उतार दिया.
दोहरे प्रतिबंध, फिर भी लापरवाही
घटना ऐसे समय में हुई जब कनाडा की हवाई सीमाएं पहले से ही अस्थायी रूप से प्रतिबंधित थीं. एक नो-फ्लाई ज़ोन कनानास्किस गांव पर केंद्रित है जिसकी परिधि 30 समुद्री मील है. दूसरा प्रतिबंध कैलगरी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के चारों ओर लागू है, जिसकी सीमा 20 समुद्री मील तय की गई है. ये दोनों प्रतिबंध शनिवार सुबह से मंगलवार मध्यरात्रि तक लागू रहेंगे.
अधिकारियों ने कहा कि, "ऐसे उल्लंघन ना केवल सुरक्षा को खतरे में डालते हैं, बल्कि संसाधनों का दुरुपयोग भी करते हैं जिन्हें समिट की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में लगाया जाना चाहिए था."
कूटनीतिक समिट, मगर अब चर्चा में सुरक्षा
15 से 17 जून तक कनानास्किस में हो रहा है 51वां G7 शिखर सम्मेलन, जो इस मंच की 50वीं वर्षगांठ भी है. कनाडा इस बार सातवीं बार इसकी अध्यक्षता कर रहा है. इसमें शामिल हैं:
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी सम्मेलन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से द्विपक्षीय बैठक कर चुके हैं. दोनों देशों के बीच व्यापार, इस्पात-एल्युमीनियम शुल्क और सुरक्षा समझौतों पर बातचीत हुई है.
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