नई दिल्ली : भारत के ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने नवनियुक्त मुख्य कोच गौतम गंभीर की उनके 'रिलैक्स्ड' नजरिए के लिए प्रशंसा की, जिसने ड्रेसिंग रूम में जीवंत माहौल बनाने में योगदान दिया है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के इससे पहले के कोच राहुल द्रविड़ और अभी नये कोच गौतम गंभीर के बीच फर्क को बताया.
अश्विन ने भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज की प्रशंसा की और विश्वास जताया कि गंभीर को मौजूदा टीम और भविष्य के खिलाड़ी खूब पसंद करेंगे.
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर यह टिप्पणी बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के दौरान कोच गंभीर के साथ काम करने के अपने पहले अनुभव के बाद की.
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अश्विन ने राहुल द्रविड़ और गंभीर के बीच फर्क को बताया
इस दिग्गज स्पिनर ने अपने गृहनगर में शानदार प्रदर्शन किया, पहली पारी में शतक बनाया और दूसरी पारी में छह विकेट लिए, जिससे भारत ने 280 रनों की शानदार जीत दर्ज की.
अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए अश्विन ने गंभीर और द्रविड़ के नेतृत्व वाले ड्रेसिंग रूम के बीच के फर्क की बात की और दोनों कोचों के असरदार होने की सराहना की.
"मुझे लगता है कि वह बहुत शांत है. मैं उन्हें 'रिलैक्स्ड रान्चो' कहना चाहता हूं. उन पर बिल्कुल भी कोई दबाव नहीं है. सुबह, टीम की बैठक होगी. वह इसको लेकर भी बहुत शांत हैं. वह कहेंगे 'क्या आप आ रहे हैं, प्लीज आइए'. यह ऐसा ही है."
राहुल भाई बहुत अनुशाशन पंसद थे, एक बोतल भी सही जगह होनी चाहिए
उन्होंने कहा, "राहुल भाई के साथ, जैसे ही हम आते, वह चाहते कि चीजें व्यवस्थित हों: यहां तक कि एक बोतल भी एक खास समय पर एक खास जगह पर रखी जानी चाहिए. वह बहुत अनुशासित हैं. वह चीजों को व्यवस्थित रखना चाहता थे."
उन्होंने कहा, "गंभीर के साथ, वह यह सब उम्मीद नहीं करता. उनके पास एक शांत बात है. वह लोगों के आदमी होंगे. वह हर किसी का दिल जीत लेंगे. मुझे लगता है कि लड़के उन्हें प्यार करेंगे."
अश्विन ने कहा- रोहित एक बहुत ही अच्छे लीडर हैं
रोहित शर्मा के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए अश्विन ने कहा, "रोहित एक बहुत अच्छे लीडर हैं जो सभी के साथ मिलकर काम करते हैं. यहां तक कि जब वे टीम की अगुआई कर रहे होते हैं, तो हम यह देख सकते हैं. वे एक लीडर के तौर पर बहुत शांत और संयमित हैं."
भारत की टी20 विश्व कप जीत के बाद राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त होने के बाद गंभीर ने टीम इंडिया के मुख्य कोच का पद संभाला गै. द्रविड़ ने मुख्य कोच पद के लिए फिर से आवेदन न करने का फैसला किया और बीसीसीआई ने जून में गंभीर को उनका सक्सेसर घोषित किया.
अभी तक गंभीर के नेतृत्व में मिले-जुले नतीजे दिखे हैं
गंभीर के पहले कार्यकाल में मिले-जुले नतीजे देखने को मिले हैं, जिसमें भारत ने टी20 सीरीज जीती लेकिन श्रीलंका में वनडे सीरीज हार गया. चेन्नई टेस्ट, आगामी सत्र में भारत के 10 मैचों की श्रृंखला में से पहला, गंभीर और उनके सहयोगी स्टाफ के लिए आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला है. अश्विन का ऑलराउंड प्रदर्शन एक आकर्षण था, लेकिन टीम को पहली पारी में रवींद्र जडेजा की 86 रनों की पारी से भी फायदा मिला.
अश्विन और जडेजा ने 199 रनों की साझेदारी की और भारत को 6 विकेट पर 144 रन के मुश्किल स्कोर से उबारकर 376 रनों का विशाल स्कोर खड़ा करने में मदद की.
जसप्रीत बुमराह की शानदारी गेंदबाजी से भारत का रहा दबदबा
जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने अपना दबदबा बनाए रखा और बांग्लादेश को 149 रनों पर समेट दिया. दूसरी पारी में वापसी करने वाले ऋषभ पंत और शुभमन गिल ने शतक जड़े, जिससे भारत की स्थिति और मजबूत हुई. अश्विन द्वारा गंभीर की प्रशंसा और चेन्नई टेस्ट के सकारात्मक नतीजे भारत के आगामी सत्र के लिए शुभ संकेत हैं.
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