राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट के बीच, दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत को पत्र लिखकर मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की.
आतिशी ने अपने पत्र में कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, दिल्ली पानी की अपनी दैनिक मांग को पूरा करने के लिए यमुना नदी के पानी पर बहुत अधिक निर्भर है. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में इसमें भारी गिरावट आई है. वज़ीराबाद बैराज में जल स्तर, यमुना नदी में आवश्यक मात्रा में पानी नहीं छोड़ रहा है, जिसके परिणामस्वरूप राष्ट्रीय राजधानी में पानी का भारी संकट पैदा हो गया है. पानी की मांग और बढ़ गई है, जिससे दिल्ली में पीने योग्य पानी की पहले से ही तनावपूर्ण मांग-आपूर्ति श्रृंखला पर अतिरिक्त बोझ पड़ गया है."
अगर हरियाणा पर्याप्त पानी नहीं देगा तो दिल्ली में प्लांट काम नहीं करेंगे.
आतिशी ने अपने पत्र में कहा, "अगर हरियाणा द्वारा पर्याप्त पानी नहीं छोड़ा गया तो हमारे प्लांट बेहतर ढंग से काम नहीं कर पाएंगे और यदि जल उपचार संयंत्र बेहतर तरीके से काम नहीं करेंगे, तो दिल्ली अपनी मांग-आपूर्ति के अंतर को पूरा नहीं कर पाएगी. यह गंभीर स्थिति होगी और इसका सीधा असर राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों पर पड़ेगा. मैंने पहले ही हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी को इस मुद्दे से अवगत कराने के लिए पत्र लिखा है, हालांकि, हमें अभी तक उनके कार्यालय से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.''
दिल्ली के मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उन्होंने पानी बर्बाद करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए जमीनी स्तर पर टीमें बनाई हैं.
इस मुद्दे पर आपके तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं
शेखावत को लिखे पत्र में कहा गया है, "हालांकि, ये स्टैंडअलोन कदम राष्ट्रीय राजधानी में पानी की कमी को कम करने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे. मैं आपसे यह सुनिश्चित करने का अनुरोध कर रही हूं कि दिल्ली के लिए पानी का कुछ प्रावधान किया जाए, चाहे वह हरियाणा या यूपी या किसी अन्य राज्य से हो, ताकि दिल्ली के लोगों को परेशानी न हो. हम इस मुद्दे पर आपके तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध करते हैं. हरियाणा राज्य को पानी को सामान्य स्तर पर लाने के लिए तुरंत दिल्ली के हिस्से का पानी यमुना नदी में छोड़ना चाहिए."
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र और भाजपा से अपील की थी कि वे उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारों से दिल्ली की पानी की मांग को पूरा करने में मदद करने का आग्रह करें.