बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार आसिफ नज़रूल ने कहा- देश में 2025 में आम चुनाव होने की संभावना है

    अंतरिम सरकार के सलाहकार डॉ. आसिफ नज़रूल ने एक बयान में कहा, चुनाव अगले वर्ष के भीतर संभव हो सकते हैं, लेकिन इसमें कई कारक शामिल हैं. यदि ये कारक पूरा किया जा सकता है तो चुनाव अगले साल हो सकता है.

    Asif Nazrul advisor to the interim government in Bangladesh said- there is a possibility of general elections in the country in 2025
    बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार आसिफ नज़रूल ने कहा- देश में 2025 में आम चुनाव होने की संभावना है/Photo- ANI

    ढाका (बांग्लादेश) : अंतरिम सरकार के एक सलाहकार ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश का अगला आम चुनाव 2025 में होने की संभावना है.

    अंतरिम सरकार के सलाहकार डॉ. आसिफ नज़रूल ने एक बयान में कहा, "चुनाव अगले वर्ष के भीतर संभव हो सकते हैं, लेकिन इसमें कई कारक शामिल हैं. कहा जाता है कि सुधार और राजनीतिक समझौते चुनाव का कारण बनते हैं. अन्य कारक एक खोज समिति और चुनाव आयोग का गठन, मतदाता सूची की तैयारी आदि हैं. यदि ये कारक पूरा किया जा सकता है तो चुनाव अगले साल हो सकता है. यह मेरा शुरुआती अनुमान भी है."

    चुनाव बहुत महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय हैं

    कानून, न्याय और संसदीय मामलों के मंत्रालय के प्रभारी सलाहकार (मंत्री) डॉ. आसिफ नजरूल ने कहा, "चुनाव बहुत महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय हैं. इसका समय सरकार के मुख्य सलाहकार के नेतृत्व में तय किया जाएगा. उन्हें ही इसकी घोषणा करने का अधिकार है."

    बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर शेख हसीना ने 5 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिससे बांग्लादेश एक अस्थिर राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है. 5 अगस्त को एक सैन्य विमान में बांग्लादेश से भारत के लिए भाग गईं हसीना वर्तमान में भारत में रह रही हैं.

    छात्रों के प्रदर्शन सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया

    सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग करने वाले छात्रों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन ने सरकार विरोधी विरोध का रूप ले लिया.

    विशेष रूप से, बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच शेख हसीना को सत्ता से बाहर होना पड़ा, जो एक बड़े सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया, जिसके बाद अंतरिम सरकार की स्थापना हुई.

    प्रदर्शनों और झड़पों में 600 से अधिक लोगों की मौत हुई

    इस अशांत अवधि के दौरान, बांग्लादेश से विशेष रूप से हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर हिंसा और अराजकता की कई घटनाएं सामने आई हैं. कई हफ़्तों के विरोध प्रदर्शनों और झड़पों में 600 से अधिक लोगों की मौत हुई.

    8 अगस्त को नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. अंतरिम सरकार ने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सेना की शक्तियों का विस्तार किया.

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