नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री बनते ही उमर अब्दुल्ला ने लोगों प्रति दोस्ताना रवैया दिखाते हुए उन्होंने बुधवार को पुलिस से कहा है कि सड़क मार्ग से उनकी आवाजाही के दौरान "ग्रीन कॉरिडोर" या ट्रैफिक पर रोक न हो और लोगों को कम से कम असुविधा हो, इसका प्रयास किया जाना चाहिए.
इससे पहले दिन में सीएम पद की शपथ लेने वाले उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि सड़क पर आवाजाही के दौरान डंडे या आक्रामक हाव-भाव का इस्तेमाल करने से बचें.
उन्होंने कहा कि वह अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी यही उदाहरण अपनाने को कहा है.
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नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार को इंडिया गठबंधन, निर्दलियों का मिला है समर्थन
राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार के मुखिया उमर अब्दुल्ला को इंडिया गठबंधन में अन्य दलों और चार निर्दलीयों का समर्थन प्राप्त है. विधानसभा चुनावों में एनसी-कांग्रेस गठबंधन ने बहुमत हासिल किया है.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी सरकार का मकसद लोगों की सेवा करना है न कि उन्हें असुविधा पहुंचाना.
I have spoken to the DG @JmuKmrPolice that there is to be no “green corridor” or traffic stoppage when I move anywhere by road. I have instructed him to minimise public inconvenience & the use of sirens is to be minimal. The use of any stick waving or aggressive gestures is to be…
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 16, 2024
उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद एक्स पर अपनी पहली पोस्ट में कहा, "मैंने जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक से बात की है कि जब मैं सड़क मार्ग से कहीं जाऊं तो कोई "ग्रीन कॉरिडोर" या यातायात अवरोध न लगाएं. मैंने उन्हें निर्देश दिया है कि लोगों को होने वाली असुविधा को कम से कम किया जाए और सायरन का इस्तेमाल कम से कम किया जाए."
'किसी भी तरह से लाठी लहराने, आक्रामक हाव-भाव दिखाने से बचें'
उन्होंने कहा, "किसी भी तरह की लाठी लहराने या आक्रामक हाव-भाव से पूरी तरह बचना चाहिए. मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों से भी यही उदाहरण अपनाने को कह रहा हूं. हर चीज में हमारा आचरण लोगों के अनुकूल होना चाहिए. हम यहां लोगों की सेवा करने के लिए हैं, उन्हें असुविधा पहुंचाने के लिए नहीं."
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में उमर अब्दुल्ला और उनके मंत्रिपरिषद को पद की शपथ दिलाई.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कुछ अन्य इंडिया गठबंधन नेता मौजूद थे.
उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 और 2015 में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
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